मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई में पुरानी और जर्जर इमारतों की सुरक्षा का मुद्दा एक बार फिर सामने आया है। खबर है कि मुंबई में म्हाडा की 95 इमारतों को अत्यंत खतरनाक माना गया है। यह जानकारी भवन मरम्मत एवं पुनर्निर्माण बोर्ड द्वारा हाल ही में किए गए सर्वेक्षण से सामने आई। इन इमारतों में रहने वाले लोगों की जान को खतरे से बचाने के लिए म्हाडा जल्द ही इन इमारतों को खाली करने के लिए नोटिस भेज रही है। बताया गया है कि उनमें रहने वाले लोगों को आवश्यकतानुसार ट्रांजिट कैंप में फ्लैट उपलब्ध कराए जाएंगे। 30 वर्ष से अधिक पुरानी इमारतें खतरनाक पाई गई हैं। मानसून से पहले खतरनाक इमारतों का निरीक्षण और संरचनात्मक ऑडिट करना अनिवार्य है। तदनुसार, इस वर्ष म्हाडा ने पिछले दो महीनों में 625 इमारतों का संरचनात्मक ऑडिट पूरा किया। इनमें से 95 इमारतें अत्यंत खतरनाक (सी-1) श्रेणी में वर्गीकृत हैं, जबकि 128 इमारतें खतरनाक (सी-2ए) श्रेणी में वर्गीकृत हैं। सी-2(ए) श्रेणी की इमारतों को तत्काल बड़ी मरम्मत की आवश्यकता है। म्हाडा ने प्रशासन से अत्यधिक खतरनाक इमारतों को खाली कराने में सहयोग करने की अपील की है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से दिए गए निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। म्हाडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, यदि ये इमारतें ढह गईं तो जान-माल का नुकसान हो सकता है। निवासियों को समय रहते इन्हें खाली कर देना चाहिए। स्वेता/संतोष झा- २१ अप्रैल/२०२५/ईएमएस