मुंबई (ईएमएस)। आज से आठ साल पहले भारतीय सिनेमा ने एक ऐसी फिल्म देखी थी, जिसने इतिहास रच दिया था बाहुबली 2: द कन्क्लूजन। 2017 में रिलीज़ हुई इस महाकाव्य फिल्म ने न केवल रिकॉर्डतोड़ सफलता हासिल की थी, बल्कि प्रभास को एक पैन-इंडिया सुपरस्टार के रूप में स्थापित कर दिया था। बाहुबली 2 एक सांस्कृतिक मील का पत्थर बना और उसकी आत्मा प्रभास की कड़ी मेहनत और जबरदस्त परफॉर्मेंस में बसती थी। आज जब फिल्म अपनी सातवीं सालगिरह मना रही है, तो फैंस फिर से उन खास पलों को याद कर रहे हैं, जिन्होंने इसे अमर बना दिया। फिल्म के रिलीज़ से पहले ही इसका जादू देखने को मिल गया था। सैटेलाइट और थिएट्रिकल राइट्स के जरिए बाहुबली 2 ने लगभग 500 करोड़ रुपये की कमाई कर ली थी। इसका श्रेय प्रभास के प्रति फैन्स की दीवानगी को जाता है, जिन्होंने अमरेंद्र और महेंद्र बाहुबली के डबल रोल में बेमिसाल गहराई और करिश्मा दिखाया। दोनों किरदार आज भी हर उम्र के दर्शकों के बीच एक आइकॉनिक पहचान रखते हैं। प्रभास का समर्पण अद्भुत था। उन्होंने पूरे पांच साल तक खुद को बाहुबली प्रोजेक्ट के लिए समर्पित कर दिया था। इस दौरान उन्होंने कई फिल्मी ऑफर्स को ठुकराया और सिर्फ परफेक्शन पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने न केवल एक्टिंग में खुद को ढाला बल्कि एक विशाल फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन भी किया, जो बाहुबली की ताकत और शान को परदे पर जीवंत कर सका। उनकी दमदार डायलॉग डिलीवरी ने फिल्म के कई संवादों को इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज करवा दिया। चाहे वह जंग का मैदान हो या राज दरबार, प्रभास के हर शब्द आज भी पॉप कल्चर का हिस्सा हैं। साथ ही, अनुष्का शेट्टी के साथ उनकी खूबसूरत केमिस्ट्री और राणा दग्गुबाती के साथ ऑनस्क्रीन टकराव ने कहानी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। बाहुबली 2 ने प्रभास को भारत का पहला सच्चा पैन-इंडिया सुपरस्टार बना दिया, जिसने भाषाई सीमाओं को तोड़ते हुए भारतीय सिनेमा के मानकों को बदल दिया। आज भी प्रभास की यह धरोहर लाखों दिलों में जीवित है, जो बाहुबली 2 को एक अनमोल सिनेमा अनुभव बनाती है। डेविड/ईएमएस 30 अप्रैल 2025