इस्लामाबाद(ईएमएस)। बढ़ते तनाव और युद्ध के हालातों के बीच पाकिस्तान ने अपनी खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद आसिम मलिक को पाकिस्तान का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त किया है। उन्हें यह जिम्मेदारी अतिरिक्त कार्यभार के रूप में सौंपी गई है। मलिक की नियुक्ति का आधिकारिक आदेश जारी कर दिया गया है। यह निर्णय ऐसे समय पर लिया गया है जब पाकिस्तान की सरकार और सेना को भारत के हमला का भय सता रहा है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सरकार ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को विभिन्न देशों की राजधानियों में रवाना किया है ताकि वह अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटा सके। आतंकवादियों को बंकरों में छिपाया जा रहा है और नियंत्रण रेखा के पास सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बातचीत में कहा कि निकट भविष्य में भारत की ओर से सैन्य कार्रवाई संभव है। हालांकि, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों का इस्तेमाल केवल तब करेगा जब देश के अस्तित्व पर सीधा खतरा हो। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ताउल्ला तारार ने दावा किया है कि भारत 24 से 36 घंटे में पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि भारत की किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और क्षेत्र में उत्पन्न किसी भी संकट के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है। पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों को देश से निकाला गया है। भारतीय एयरस्पेस पाकिस्तानी विमानों के लिए बंद किया गया है। अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद किया गया है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने शिमला समझौते को निलंबित कर दिया है और कुछ समान कदम उठाए हैं।22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार रक्षा और सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं और हमले के गुनहगारों और उनके मददगारों को दुनिया के किसी भी कोने में खोज निकालने की बात कर चुके हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/01मई 2025