राष्ट्रीय
01-May-2025
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-कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जाति जनगणना को लेकर उठाए सवाल नई दिल्ली,(ईएमएस)। कांग्रेस ने गुरुवार को आगामी जनगणना में जाति गणना को शामिल करने के फैसले की घोषणा के बाद केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी बिना समय सीमा के सुर्खियां बटोने में माहिर हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस फैसले को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर सरकार की मंशा पर और मांग की कि जनगणना जल्द से जल्द होनी चाहिए। दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में आयोजित एक बैठक में पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि वह बिना समय सीमा के सुर्खियां बनाने में माहिर हैं। रमेश ने कहा कि जैसे राहुल गांधी ने कहा था हेडलाइन तो दे दी, लेकिन डेडलाइन कहां है? हमारे पीएम मोदी बिना डेडलाइन के हेडलाइन देने में माहिर हैं। 2025-26 में गृह मंत्रालय में जनगणना आयुक्त कार्यालय, जिसे जाति जनगणना कराने की जिम्मेदारी दी गई है उसे बजट में 575 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे, लेकिन 24 दिसंबर 2019 को मोदी सरकार ने कहा कि राष्ट्रीय जनगणना के लिए 8254 करोड़ रुपए की जरूरत है। तो, उद्देश्य और मंशा क्या है? सिर्फ हेडलाइन? इस बात पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा की बाधा को हटाया जाना चाहिए। रमेश ने पूछा कि मोदी सरकार को ऐसा करने से कौन रोक रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि संविधान संशोधन होना चाहिए और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना तभी सार्थक होगी जब ऐसा किया जाएगा। रमेश ने दिसंबर 2019 की कैबिनेट बैठक की प्रेस विज्ञप्ति का हवाला देते हुए कहा था कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021 में 8,254 करोड़ रुपये की लागत से भारत की जनगणना कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि उस प्रेस विज्ञप्ति में जाति गणना का कोई उल्लेख नहीं था। उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि यह जनगणना नहीं हुई है और छह साल बीत चुके हैं। आश्चर्यजनक रूप से, सरकार ने कल ही इसकी घोषणा कर दी। हालांकि, रमेश ने सरकार से देश के सामने जाति जनगणना के लिए एक रोडमैप रखने का आग्रह किया। सिराज/ईएमएस 01मई25