राज्य
04-May-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। बांग्लादेशी नागरिकों पर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई में बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली समेत अन्य राज्यों में अवैध रूप से रह रहे हजारों बांग्लादेशी सब्सिडी वाली योजनाओं का लाभ ले रहे थे। पुलिस ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज की है। जांच में सामने आया कि गैंग के सरगना चांद मियां ने देशभर में हजारों की संख्या में बांग्लादेशी नागरिकों को बसाया है। आरोपी उन्हें भारत लाकर नौकरी दिलाता था। फिलहाल पुलिस गैंग के लोगों से पूछताछ कर अन्य आरोपियों की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। डीसीपी रवि कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर विष्णु दत्त की टीम ने असलम से पूछताछ के बाद उसके गिरोह के बांग्लादेशी नागरिक चांद मियां, मोहम्मद अली हुसैन, मोहम्मद मिजान, फतिमा, रैडिश मुल्ला और भारतीय नागरिकों में रंजन कुमार, लुकमान, मोहम्मद अनीस, रहीसुद्दीन अली, शब्बीर अली गिरफ्तार किया। रंजन कुमार, मोहम्मद अनीस, और शब्बीर अली आधार कार्ड बनाने का काम करते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों पर बीएनएस की धारा 318(2)/319(2)/336/337/338/61(1)(ए), 14 विदेशी अधिनियम और 34 आधार (वित्तीय और अन्य सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लक्षित वितरण) अधिनियम 2016 के तहत न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। डीसीपी ने बताया कि इंस्पेक्टर विष्णु दत्त की टीम को असलम से पूछताछ के बाद चांद मियां के बारे में सूचना मिली। पुलिस ने उसका पीछा शुरू किया, लेकिन वह बांग्लादेश बॉर्डर पार कर गया। इसके बाद एसआई सत्यनारायण, एसआई सुधीर और एएसआई उपेंद्र की एक टीम को करीब डेढ़ माह तक गुवाहाटी में रहकर चांद मियां और उसके नेटवर्क की जानकारी जुटाने का काम दिया गया। इसी टीम ने चांद मियां को बांग्लादेश से भारत लौटते हुए ट्रेन में ट्रैक किया। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली /ईएमएस/04/ मई /2025