पंच-सरपंच सम्मेलन में की तारीफ, छिंदवाड़ा (ईएमएस)। जिले में कलेक्टर शीलेंद्र सिंह और जिला पंचायत सीईओ अग्रिम कुमार ने वॉश ऑन व्हील का नवाचार शुरू किया था जिसने अब पूरे देश में एक नई पहचान बना ली है। छिंदवाड़ा जिले में दो दिवसीय दौरे पर आए मध्यप्रदेश शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी इस नवाचार की सराहना की है। तामिया जनपद पंचायत के छिंदी में पंच परमेश्वर सम्मेलन के दौरान उन्होंने वॉश ऑन व्हील नवाचार को सराहा है। आयोजित कार्यक्रम के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने स्वच्छता साथियों से भी मुलाकात की और उनकी मेहनत तथा तकनीकी रूप से सुसज्जित कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल ग्रामीण स्वच्छता में बड़ा बदलाव ला रही है। उन्होंने जिला प्रशासन की इस अभिनव सोच को प्रशंसनीय बताते हुए कहा कि छिंदवाड़ा मॉडल अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणास्पद है। स्वच्छता साथी कमा रहे २५ हजार रुपए महिना ‘स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण’ के अंतर्गत छिंदवाड़ा जिला पंचायत द्वारा प्रारंभ की गई स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील्स सेवा ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत एवं व्यक्तिगत शौचालयों की नियमित एवं प्रभावी सफाई सुनिश्चित कर रही है। यह सेवा 26 सितंबर 2024 को राज्यपाल मंगुभाई पटेल के करकमलों से शुरू हुई थी और अब तक 25311 शौचालयों की सफाई की जा चुकी है, जिनमें 17764 व्यक्तिगत एवं 7547 संस्थागत शौचालय शामिल हैं। इस नवाचार के माध्यम से 36 स्वच्छता साथियों को स्थायी रोजगार प्राप्त हुआ है, जिनकी मासिक आय 20 से 25 हजार रुपये तक पहुँच चुकी है। प्रति यूनिट सफाई शुल्क 200 से 250 रुपए छिंदवाड़ा और पांढुर्णा की 11 जनपद पंचायतों में से एक-एक क्लस्टर का चयन कर, उन क्षेत्रों में प्रशिक्षित स्वच्छता साथियों को आधुनिक बैटरी वॉशर मशीनें, सुरक्षा किट (हेलमेट, मास्क, ग्लब्स, पीपीई किट) और सफाई सामग्री प्रदान की गई है। ये साथी स्कूल, आंगनवाड़ी, छात्रावास, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसे संस्थानों में तय शुल्क पर सफाई कार्य करते हैं। प्रति यूनिट सफाई शुल्क 200 से 250 रुपये के बीच निर्धारित है। यूनिसेफ में भी बनाई है डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘वॉश ऑन व्हील्स’ सेवा को हाल ही में दिनांक 25 अप्रैल को नवी मुंबई में वॉटर डॉट ओआरजी द्वारा आयोजित महिलाओं के नेतृत्व वाले स्व सहायता समूह में डब्ल्यु.ए.एस.एच. (पानी, सफाई और स्वच्छता) पहुंच को लेकर प्रभावशाली रणनीतियों पर केंद्रित राष्ट्रीय कार्यशाला में विशेष रूप से प्रस्तुत किया गया। इस कार्यशाला में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और ओडिशा राज्यों द्वारा किए गए अभिनव कार्यों को साझा किया गया। मध्यप्रदेश से जिला छिंदवाड़ा एवं इंदौर में किए जा रहे प्रयासों को सराहना मिली, विशेष रूप से छिंदवाड़ा की ‘वॉश ऑन व्हील्स’ सेवा को सभी प्रतिभागियों ने एक सशक्त, नवाचारपूर्ण और सेल्फ-सस्टेनेबल मॉडल के रूप में मान्यता दी। सीईओ जिला पंचायत अग्रिम कुमार ने इस पहल की शुरुआत, विस्तार और अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह सेवा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के ऑपरेशन और मेंटेनेंस की बड़ी चुनौती का समाधान कर रही है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि इस मॉडल के माध्यम से न केवल स्वच्छता सुनिश्चित हुई है बल्कि ग्रामीण आजीविका में भी सकारात्मक बदलाव आया है। प्रयास को भारत सरकार के जलशक्ति मंत्रालय एवं यूनिसेफ इंडिया द्वारा भी सराहना मिली है। यूनिसेफ ने इसे राज्य स्तरीय मॉडल नवाचार के रूप में चयनित किया है और इस पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई जा चुकी है। ईएमएस/मोहने/ 08 मई 2025
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