जगदलपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ प्रदेश शासकीय शिक्षक फेडरेशन ने शिक्षकों के पदोन्नति और स्थानांतरण की प्रक्रिया को युक्तियुक्तकरण से पहले लागू करने की मांग करते हुए सरकार को स्पष्ट चेतावनी दी है। फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष शंकर साहू ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी और लोक शिक्षण संचालक ऋतुराज रघुवंशी को ज्ञापन सौंपकर युक्तियुक्तकरण की खामियों को तत्काल दूर करने की अपील की है। शंकर साहू का कहना है कि यदि सरकार युक्तियुक्तकरण के बाद पदोन्नति और स्थानांतरण की अनुमति देती है, तो इससे स्कूलों में शिक्षकों के पद दोबारा रिक्त हो जाएंगे और पूरी प्रक्रिया व्यवहारिकता से दूर हो जाएगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि पहले पदोन्नति और तबादले किए जाएं, तो युक्तियुक्तकरण की तमाम विसंगतियां स्वतः समाप्त हो सकती हैं। फेडरेशन ने साल 2008 के सेटअप को आधार मानते हुए युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को लागू करने की मांग दोहराई है। मांगपत्र में कहा गया है कि प्राथमिक शालाओं में अधिकतम 60 छात्रों पर एक प्रधान पाठक और दो सहायक शिक्षक पदस्थ किए जाएं। वहीं मिडिल स्कूलों में एक प्रधान पाठक के साथ पांच शिक्षकों की तैनाती की जरूरत बताई गई है। फेडरेशन ने सरकार को आगाह किया है कि यदि जल्द ही इन व्यावहारिक सुझावों पर अमल नहीं किया गया, तो इसका सीधा असर शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा और स्कूलों में शैक्षणिक अव्यवस्था गहराएगी। ईएमएस(संजय कुमार जैन)09 मई 2025