क्षेत्रीय
10-May-2025
...


फिरोजाबाद (ईएमएस) जनपद न्यायालय में शनिवार को लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा-निर्देशन में आयोजित इस लाेक अदालत में एक लाख 11 हजार 284 वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर कराया गया साथ ही 17 करोड़ 46 लाख 11 हजार 769 रुपये का राजस्व भी वसूला गया। लोक अदालत का उदघाटन जनपद न्यायाधीश डा० बब्बू सारंग द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करते हुए किया गया। कार्यक्रम में पीठासीन अधिकारी महेन्द्र सिंह मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरविन्द कुमार सिंह-।।, नगर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक (शहर) रवि शंकर प्रसाद एवं बार के अध्यक्ष नाहर सिंह यादव व अन्य अधिवक्तागण उपस्थित रहे। उक्त अवसर पर जनपद न्यायाधीश डा० बब्बू सारंग जी ने प्री-लिटिगेशन प्रणाली के महत्व एवं प्रभावशीलता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होनें बताया कि प्री-लिटिगेशन प्रक्रिया के अंतर्गत वादों का समाधान वाद दाखिल होने से पूर्व ही आपसी समझौते के माध्यम से किया जाता है, जिससे न्याय में न केवल विलंब से बचा जा सकता है, बल्कि अनावश्यक आर्थिक एवं मानसिक भार से भी निजात मिलती है। इस प्रक्रिया में न्याय न केवल शीघ्र और सहज रूप से उपलब्ध होता है, बल्कि यह विवाद को समाधान में परिवर्तित करने का एक सशक्त माध्यम भी बनती है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत न्याय का वह स्वरूप है, जहाँ संवेदनशीलता, सहमति और सुलह के माध्यम से समाधान मिलता है, न कि टकराव के माध्यम से निर्णय। लोक अदालत की कार्यवाही पूर्णतः नि:शुल्क होती है, जिसमें न तो न्यायिक व्यय वहन करना पड़ता है और न ही वर्षों तक खिंचने वाली मुकदमेबाज़ी से गुजरना पड़ता है। यह प्रक्रिया समय, श्रम और धन की बचत के साथ-साथ सामाजिक सौहार्द और आपसी विश्वास को भी प्रोत्साहित करती है। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि वे इस जनकल्याणकारी एवं भरोसेमंद न्यायिक मंच का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और न्यायपालिका के प्रति अपने विश्वास को और अधिक सशक्त बनाएं। प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, फिरोजाबाद अतुल चौधरी ने कार्यक्रम का संचालन किया आैर बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में वादों के जिस प्रभावी एवं व्यापक निस्तारण को साकार किया गया, वह न्यायिक तंत्र की संवेदनशीलता, जनसंपृक्ति और सेवा भावना का अनुपम उदाहरण है। लोक अदालतों के माध्यम से न्याय को घर-आंगन तक पहुँचाने की परिकल्पना को मूर्त रूप दिया जाता है। इसी क्रम में आगे बताया कि मैं उन सभी न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं, प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति अपनी हार्दिक सराहना प्रकट करता हूँ, जिनके अथक प्रयासों से यह आयोजन सफल हुआ। साथ ही, मैं जनपद के नागरिकों से यह अपील करता हूँ कि वे लोक अदालत जैसी सुलभ, सरल और मानवोचित न्याय व्यवस्था का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और विवादों को संवाद से समाप्त करने की दिशा में सार्थक भूमिका निभाएं। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल एक लाख 11 हजार 284 वादों का निस्तारण किया जिसमें अर्थदण्ड व समझाैता राशि कुल मु० 17 करोड़ 46 लाख 11 हजार 769 रुपये वसूले गए । इनमें से मुख्यतः जनपद न्यायालय द्वारा 7158 वाद, परिवार न्यायालयों द्वारा 108 वाद, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा 32 वादों का निस्तारण किया गया जिसकी समझौता राशि मु० 9400000/- रू० है। राजस्व न्यायालय द्वारा 41321 वाद, बैंक द्वारा वसूली योग्य 1263 वादों में 158336000/- रू० की धनराशि का सैटलमेंट किया गया। अन्य विभागों द्वारा 61402 वाद निस्तारित किये गये। जनपद न्यायालय फिरोजाबाद न्यायिक अधिकारीगण में डा० बब्बू सारंग जनपद न्यायाधीश द्वारा 02 वाद, सुनील कुमार सिंह-।। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट सं०1 द्वारा 01 वाद, नवनीत कुमार गिरी स्पेशल जज एस०सी०/एस०टी० एक्ट फिरोजाबाद द्वारा 01 वाद, मुमताज अली स्पेशल जज पोक्सो एक्ट फिरोजाबाद द्वारा 04 वाद, सर्वेश कुमार पाण्डेय-।। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट सं० 2 फिरोजाबाद द्वारा 03 वाद, श्रीमती साक्षी शर्मा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं० 4 फिरोजाबाद द्वारा 417 वाद, अर्चना गुप्ता अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं० 9 फिरोजाबाद द्वारा 01 वाद, जितेन्द्र गुप्ता अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं० 7 फिरोजाबाद द्वारा 01 वाद, संदीप कुमार सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट नं० 2 फिरोजाबाद द्वारा 01 वाद, राजीव सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट नं० 3 फिरोजाबाद द्वारा 05 वाद, रविकांत यादव अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट नं० 1 फिरोजाबाद द्वारा 01 वाद, श्याम बाबू चौधरी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफटीसी कोर्ट नं० 1 फिरोजाबाद द्वारा 02 वाद, विमल वर्मा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफटीसी कोर्ट नं० 2 फिरोजाबाद द्वारा 03 वाद निस्तारित किये गये। मजिस्ट्रेट न्यायालयों में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेश कुमार दिवाकर द्वारा 3351 वादों का निस्तारण, सिविल जज सी०डि० डा० निधि यादव द्वारा 23 वादों का निस्तारण, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट फिरोजाबाद सुश्री नगमा खान द्वारा 28 वादों का निस्तारण, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिकोहाबाद विनीत कुमार यादव द्वारा 1302 वादों का निस्तारण, अपर सिविल जज सी०डि० कोर्ट नं० 1 फिरोजाबाद सुश्री योगेश शिवा द्वारा 257 वादों का निस्तारण, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती निमिषा गुप्ता द्वारा 1252 वादों का निस्तारण, सिविल जज जू०डि० एफ०टी०सी० कोर्ट नं० 2 सागर तायल द्वारा 156 वादों का निस्तारण, ग्राम न्यायालय टूण्डला अजय सिंह द्वारा 202 वादों का निस्तारण, ग्राम न्यायालय जसराना जावेद द्वारा 96 वादों का निस्तारण, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम मुनेश कुमार सिंह द्वारा 15 वादों का निस्तारण व विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय अनिल प्रताप सिंह द्वारा 34 वादों का निस्तारण किया गया। ईएमएस