नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। प्रमुख वैश्विक शक्तियों और क्षेत्रीय देशों ने दोनों परमाणु-संपन्न देशों से संयम बरतने, शांति बनाए रखने और बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने की अपील की है। अमेरिका: वाइट हाउस के प्रेस प्रवक्ता करोलिनी लीविट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हो जाए। वह समझते हैं कि दोनों देशों के बीच दशकों से तनाव रहा है। जी-7 देश:कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने आतंकवादी हमले की निंदा कर कहा कि बढ़ती सैन्य कार्रवाई क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है। जी7 ने तत्काल तनाव कम करने और सीधे संवाद शुरू करने की अपील की। चीन: दोनों देशों के पड़ोसी चीन तनाव पर गंभीर रूप से चिंतित है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के हित में काम करने और किसी भी प्रकार की उकसावे वाली कार्रवाई से बचने की अपील करता है। चीन ने स्वयं को रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार बताया। सऊदी अरब: सऊदी विदेश राज्य मंत्री अदेल अल-जुबैर ने भारत और पाकिस्तान का दौरा कर दोनों देशों से तनाव कम करने और बातचीत के जरिए हल निकालने की कोशिश की। कतर: कतर ने भारत-पाक से संयम बरतने और अच्छे पड़ोसी सिद्धांतों का पालन करने की अपील की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्र में शांति के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए। मिस्र: मिस्र ने तनाव कम करने की अपील कर कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों को कूटनीतिक बातचीत के जरिए विवादों का समाधान तलाशना चाहिए। ईरान: ईरान ने दोनों देशों से लगातार संवाद बनाए रखा है। विदेश मंत्री अब्बास अरागजी ने भारत और पाकिस्तान दोनों से मुलाकात कर शांति की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की पेशकश की, लेकिन भारत ने इसे अस्वीकार कर दिया। तुर्की: तुर्की पाकिस्तान के पक्ष में खुलकर खड़ा दिख रहा है। राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि वे पाकिस्तान के साथ हैं और भारत पर अप्रत्यक्ष रूप से आरोप लगाए कि वह तनाव बढ़ा रहा है। उन्होंने पाकिस्तान के पीएम से बात कर संवेदना जाहिर और कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग को उचित बताया। आशीष/ईएमएस 11 मई 2025