- राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार पटना (ईएमएस)। बिहार के खगड़िया जिले के परबत्ता से पांच बार विधायक रहे पूर्व मंत्री डॉ. रामानंद सिंह (आरएन सिंह) का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने राजधानी पटना के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से बिहार के राजनीतिक जगत में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत तमाम दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। डॉ. आरएन सिंह खगड़िया जिले की राजनीति का बड़ा चेहरा थे। उन्होंने परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक के रूप में प्रतिनिधित्व किया। वे बिहार राज्य विद्युत बोर्ड में सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे, लेकिन 1995 में नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा। 2008 में नीतीश कुमार की कैबिनेट में उन्हें परिवहन मंत्री बनाया गया था। डॉ. आरएन सिंह ने अपनी उच्च शिक्षा यूनाइटेड किंगडम की लीड्स यूनिवर्सिटी से प्राप्त की थी। 1967 में उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल की और बिहार सरकार में अपनी सेवा शुरू की। लेकिन समाज सेवा और जनसेवा के प्रति उनकी रुचि उन्हें राजनीति में ले आई। वे जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल हुए और लगातार पांच बार परबत्ता से विधायक बने। डॉ. आरएन सिंह के पुत्र संजीव कुमार वर्तमान में परबत्ता विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पिता के निधन पर संजीव कुमार ने कहा, पिताजी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके पार्थिव शरीर को खगड़िया ले जाया जा रहा है, जहां लोग अंतिम दर्शन करेंगे और 12 मई को अगवानी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। डॉ. आरएन सिंह के पार्थिव शरीर को पटना में अंतिम दर्शन के बाद उनके गृह जिले खगड़िया ले जाया जाएगा। वहां अगवानी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। बिहार के राजनीतिक और सामाजिक जगत में डॉ. आरएन सिंह की कमी हमेशा खलेगी। सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने जताया शोक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डॉ. आरएन सिंह के निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा कि वे एक कर्मठ और जनसेवी नेता थे। वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, बिहार के पूर्व मंत्री और परबत्ता विधानसभा के पूर्व विधायक आरएन सिंह जी का निधन अत्यंत दुखद है। उनका समाज सेवा में समर्पित लंबा सामाजिक और राजनीतिक जीवन रहा।