12-May-2025


रांची(ईएमएस)।भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज़ ने “मंइयां सम्मान योजना” के तहत 5.46 लाख बहनों-बेटियों को अपात्र ठहराने के निर्णय पर नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय हेमंत सोरेन सरकार की दोहरी नीति और वोट बैंक राजनीति का स्पष्ट प्रमाण है, जिसने पहले इन गरीब बहनों-बेटियों को योजना में शामिल कर वोट बटोरे।अब चुनाव बाद उन्हें अपात्र बताकर अपमानित किया जा रहा।उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक भी बहन-बेटी से वसूली की गई तो भारतीय जनता पार्टी बहनों-बेटियों का अपमान क़तई बर्दाश्त नहीं करेगी।राफिया नाज ने कहा कि हेमंत सरकार पैसे देकर वोट लेती है, फिर सत्ता में आने के बाद वसूली करती है। यही इनका असली चरित्र है। मार्च 2025 तक आधार लिंकिंग और दस्तावेजी सत्यापन के नाम पर केवल 37.55 लाख बहनों-बेटियों को ही स्थायी रूप से लाभ मिला, लेकिन अब अचानक 5.46 लाख को ‘अपात्र’ कहकर सूची से हटाया जा रहा है।अब सरकार वसूली की भी बात कर रही है।अगर ये बहन-बेटियां वास्तव में अपात्र थीं, तो उन्हें डीबीटी के माध्यम से राशि क्यों दी गई? क्या यह योजना नहीं, बल्कि धोखा था।उन्होंने कहा सरकार अपने वादों से पलट रही है।हेमंत सरकार का यह दोहरा मापदंड साफ करता है कि कभी इन बहनों-बेटियों का वास्तविक भला नहीं चाहा गया, वे केवल चुनावी वोट बैंक थीं। क्या इन्हें वोट बैंक मानकर ही सम्मान राशि दी गई थी?भाजपा की प्राथमिकता हमेशा बहन-बेटियां रही हैं, इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।भाजपा उनकी गरिमा का पुनरुद्धार करेगी। अगर एक भी बहन-बेटी से वसूली की गई तो सड़क से सदन तक अपनी बहनों-बेटियों की आवाज बुलंद करेंगे। कर्मवीर सिंह/12मई/25