क्षेत्रीय
12-May-2025
...


रामपायली थाना क्षेत्र के ग्राम गर्रा की घटना घटना से ग्रामीणों में आक्रोश, दोषियों पर कार्यवाही की उठी मांग बालाघाट/रामपायली (ईएमएस).. अज्ञात व्यक्ति ने एक तालाब के पानी में जहर (रासायनिक पदार्थ) घोल दिया। घटना से हजारों मछलियों की मौत हो गई। घटना से क्षेत्र में हडक़ंप मच गया। ग्रामीणों ने घटना की सूचना रामपायली पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। तालाब को सील कर दिया गया है। पानी के उपयोग पर रोक लगा दी गई है। मत्स्य विभाग ने मृत मछलियों का सेंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है। मामला रामपायली क्षेत्र के ग्राम गर्रा का है। जानकारी के अनुसार ग्राम गर्रा में एक तालाब है। इस तालाब में ग्रामीणों द्वारा मछली पालन का कार्य किया जाता है। वहीं इसका पानी ग्रामीण निस्तार केलिए भी उपयोग में लाते हैं। लेकिन बीती रात्रि अज्ञात व्यक्ति ने पानी में जहर डाल दिया। जिससे हजारों मछलियों की मौत हो गई। इस घटना से क्षेत्र में हडक़ंप मच गया है और स्थानीय लोग में काफी आक्रोश है। सोमवार की सुबह जब ग्रामीण तालाब में पहुंचे तो वहां बड़ी संख्या में मछलियां मरी हुई देखी। जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल ही रामपायली थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान और पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की जांच शुरू कर दी गई। प्राथमिक जांच में तालाब के पानी में किसी रासायनिक पदार्थ की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है। इस घटना से पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा है। साथ ही जिन लोगों की आजीविका मछली पालन पर निर्भर थी, उन्हें भी भारी क्षति हुई है। मृत मछलियों, पानी के सेंपल किए एकत्र सूचना के आधार पर पुलिस के साथ-साथ मत्स्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। मृत मछलियों और पानी के नमूने एकत्र किए। जिसे परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। जब तक जांच रिपोर्ट सामने नहीं आती तब तक यह स्पष्ट नहीं होता कि पानी में कौन सा रासायनिक पदार्थ मिलाया गया था। ग्राम के सरपंच ने बताया कि यह कृत्य बेहद निंदनीय है। हम दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। तालाब को किया सील, पानी के उपयोग पर लगाई रोक घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने तालाब को अस्थायी रूप से सील कर दिया है। लोगों से तालाब के पानी के उपयोग से बचने की अपील की है। दरअसल, ग्रामीण इस तालाब के पानी को निस्तार के लिए उपयोग में लाते थे। साथ ही मवेशियों की भी प्यास इसी पानी से बुझाई जाती थी। यह तो अच्छा है कि समय से पहले ही इस घटना की जानकारी लग गई अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। मामला गंभीर, दोषी पर होगी कड़ी कार्रवाई प्रशासनिक अधिकारियों ने घटना को गंभीर मानते हुए भरोसा दिलाया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। यदि किसी ने जानबूझकर यह कृत्य किया है तो उस पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के अंतर्गत कठोर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह मामला जांच में है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि तालाब के पानी में किसी ने जानबूझकर जहर मिलाया है या फिर गलती से हुआ है। इनका कहना है हम सालों से इस तालाब में मछली पालन कर रहे हैं। इससे हमारे परिवार का भरण-पोषण होता था। यह तालाब हमारे आय का मुख्य स्रोत था। एक ही रात में हमारी मेहनत बर्बाद हो गई। अज्ञात व्यक्ति ने पानी में जहर मिला दिया, जिससे हजारों मछलियां मर गई है। -अंजीलाल मेश्राम, मछली पालक यह घटना किसी सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकती है। समय से घटना की जानकारी लग गई, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द दोषियों की पहचान कर संबंधितों पर कड़ी कार्यवाही की जाए। - रूपेंद्र सोनवाने, सरपंच, ग्रापं गर्रा भानेश साकुरे / १२ मई २०२५