क्षेत्रीय
14-May-2025
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सुकमा(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में तेंदूपत्ता खरीदी को लेकर कांग्रेस ने सरकार और वन विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव दुर्गेश राय ने कहा है कि इस तेंदूपत्ता सीजन में मात्र दो दिन खरीदी करके हजारों आदिवासी तेंदूपत्ता श्रमिकों को रोजगार से वंचित कर दिया गया है, जिससे उन्हें गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। दुर्गेश राय ने कहा कि सुकमा के ग्रामीण आदिवासी परिवार हर वर्ष तेंदूपत्ता संग्रहण से मिलने वाली आमदनी से अपनी खेती-बाड़ी, बच्चों की पढ़ाई और सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। लेकिन इस बार ना सिर्फ खरीदी सीमित की गई बल्कि फड़मुंशी जैसे अस्थायी रोजगार के अवसर भी छीन लिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि तेंदूपत्ता खरीदी को लेकर न तो कोई ठोस योजना बनाई गई और न ही इसका समुचित क्रियान्वयन हुआ। राय ने कहा, “जिन हितग्राहियों को सालभर इस सीजन का इंतजार रहता है, उन्हें मात्र दो दिन का समय देकर सरकार ने उनके साथ विश्वासघात किया है। कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि खरीदी बंद होने के कारण कई आदिवासी अब मजबूरी में ओडिशा के व्यापारियों को अपने जंगलों से तेंदूपत्ता तोड़वाने दे रहे हैं, जहां यह पत्ता औने-पौने दाम में बेचा जा रहा है। उन्होंने वन विभाग पर आरोप लगाया कि उसके कुछ अधिकारी इस अवैध गतिविधि में संलिप्त हैं और ओडिशा के लोगों से पैसे लेकर उन्हें संरक्षण दे रहे हैं, जिससे छत्तीसगढ़ को राजस्व की हानि हो रही है। राय ने सरकार से सवाल किया कि आखिर सिर्फ दो दिन ही तेंदूपत्ता क्यों खरीदा गया? और इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा? उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस मुद्दे पर शीघ्र संज्ञान नहीं लिया गया, तो यह आदिवासी विरोधी नीति भाजपा सरकार को आगामी समय में भारी पड़ सकती है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)14 मई 2025