14-May-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। लगभग 40 साल पहले बसे प्रेमनगर (किराड़ी) के लोग अपने क्षेत्र में पहला सरकारी स्कूल पा कर खुश थे। बीती छह जनवरी को तत्कालीन मुख्यमंत्री आतिशी ने स्कूल की भव्य इमारत का लोकार्पण किया तो लोगों को उम्मीद थी कि उनके बच्चों को पढ़ने के लिए लंबी दूरी नहीं नापनी पड़ेगी, लेकिन अब स्कूल के गेट पर बिजली-पानी कनेक्शन नहीं है, दाखिला लेने बाद में आना का नोटिस देख अभिभावकों की हालत पांव तले जमीन खिसकने जैसी हो गई। यह नोटिस देख बड़ी संख्या में अभिभावक बैरंग लौट रहे हैं। कई अभिभावक ने तो इस उम्मीद में स्कूल से अपने बच्चे का नाम कटवा लिया कि घर के पास ही उसका बच्चा पढ़ेगा। लोग सवाल कर रहे हैं कि जब बिजली-पानी सुविधा नहीं थी तो उद्घाटन नहीं करना चाहिए था। प्रेमनगर में सरकारी स्कूल की जमीन के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता मोहन पासवान कहते हैं कि एक सरकार ने उद्घघाटन में जल्दबाजी दिखाई तो वर्तमान शासन-प्रशासन सुस्ती के जद में है। अन्यथा, स्कूल के लिए बिजली-पानी कनेक्शन लेना कौन सा मुश्किल काम है। शासन-प्रशासन चाहे तो चंद घंटों का काम है। इस बारे में स्थानीय विधायक से लेकर शिक्षा विभाग के उप निदेशक व स्कूल प्रभारी तक संपर्क किया गया, लेकिन कोई जवाब को तैयार नहीं हुआ। किराड़ी क्षेत्र के प्रेमनगर में नवनिर्मित खूबसूरत राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय व बाल विद्यालय की इमारत बरबस ही सबका ध्यान खींच रही है। नवनिर्मित खूबसूरत सरकारी स्कूल की इमारत का चार माह पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री आतिशी ने लोकार्पण किया था। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली /ईएमएस/14/ मई /2025