राष्ट्रीय
14-May-2025


एडवांस लेकर ग्राहक का नंबर ब्लॉक कर देते थे जयपुर (ईएमएस)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म ठगी का जरिया बने हैं। जयपुर में एस्कॉर्ट सर्विस और बॉडी मसाज के भी सोशल मीडिया का बेजा इस्तेमाल हो रहा है। जयपुर पुलिस को एक गिरोह की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की गई। जयपुर पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया है। ये चारों बदमाश एस्कॉर्ट सर्विस और बॉडी मसाज के लिए सोशल मीडिया पर पोस्टर लगाते थे। उसमें मोबाइल नंबर भी लिखते थे। जब कोई व्यक्ति एस्कॉर्ट सर्विस लेने या बॉडी मसाज के लिए तैयार होता तब कुछ अमाउंट एडवांस में जमा करने की बात कहते थे। एडवांस के नाम पर इन आरोपियों ने हजारों लोगों को ठग लिया। पुलिस ने बताया कि ठगी करने वाले चारों आरोपी बड़े शातिर हैं। उन्हें लगा कि नियमित रूप से एक ही सिम से ठगी करने पर वे पकड़े जा सकते हैं। इसकारण वे हर तीन चार दिन बाद सिम को बदल लेते थे। एक बार किसी के साथ जिस मोबाइल नंबर से बात करके ऑनलाइन पेमेंट मंगाते। उस सिम सिर्फ दो या तीन दिन में तोड़कर फेंक देते थे। ताकि रुपए ट्रांसफर करने वाला फिर से परेशान नहीं करे और अगर पुलिस में शिकायत करने पर पकड़ में नहीं आ सके। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक आरोपी कमलेश चौधरी टेलीकॉम कंपनी में प्रमोटर का काम करता है। वहां फैक्ट्री एरिया में काम करने वाले मजदूरों को अतिरिक्त रिचार्ज का लालच देकर नई सिम दिलवाता था। वह उनके नाम से दो सिम खरीदता, जिसमें से एक सिम अपने पास रख लेता था और दूसरी सिम मजदूरों को देता था। पिछले दो तीन महीनों में कमलेश ने 149 फर्जी सिम खरीदी थी। एस्कॉर्ट सर्विस और बॉडी मसाज के लिए अगर कोई ग्राहक इन आरोपियों से संपर्क में आता, तब ग्राहक से 2000-5000 रुपए एडवांस में मंगाए जाते थे। जैसे ही एडवांस पेमेंट होता। तभी ग्राहक के मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर दिया जाता था। दो तीन दिन में एक सिम से वारदातें करने के बाद उस सिम को तोड़कर फेंक दिया जाता था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से सिम कार्ड जारी करने की मशीन, 8 मोबाइल, 24 सिम कार्ड, 8 एटीएम, कुछ पासबुक और 19,500 रुपए जब्त किए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कालवाड़ रोड निवासी विनोद चौधरी, करधनी निवासी कमलेश चौधरी, गोविंदपुरा निवासी राजू जाखड़ और मदन शामिल हैं। आशीष दुबे / 14 मई 2025