- यात्रियों के अलावा नागरिकों को भी मिलेगा लाभ मुंबई, (ईएमएस)। पश्चिम रेलवे ने जनवरी में मुंबई के प्रमुख स्टेशनों पर डिजिटल लाउंज, यानी लाउंज-सह-कार्यशील स्थान स्थापित करने का निर्णय लिया था। तदनुसार, अब मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर भारत का पहला डिजिटल लाउंज स्थापित करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए एक ठेकेदार नियुक्त किया गया है और इस स्टेशन पर 2.71 करोड़ रुपये की लागत से 1,712 वर्ग फुट स्थान विकसित किया जाएगा। पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यह पहली बार है जब भारतीय रेलवे में इस तरह के लाउंज बनाए जा रहे हैं। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि यात्री अपने ऑफिस और कॉलेज का काम आराम से कर सकें। वर्तमान में यात्री स्टेशनों पर प्रतीक्षा कक्षों में बैठकर ट्रेनों का इंतजार कर सकते हैं। साथ ही, अधिक पैसे देकर कोई व्यक्ति एग्जीक्यूटिव लाउंज में आराम तो कर सकता है, लेकिन वहां आराम से ऑफिस का काम नहीं कर सकता। यह सुविधा पश्चिम रेलवे के डिजिटल लाउंज में उपलब्ध होगी। प्रशासन का अनुमान है कि इस सुविधा से रेलवे को हर साल करीब 50 लाख रुपये की आय होगी। यह लाउंज हवाई अड्डे जितना ही आधुनिक होगा। यात्रियों को चार्जिंग के लिए प्लग प्वाइंट, वाईफाई, टेबल और सोफा जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। दिलचस्प बात यह है कि वे बिना किसी रुकावट के काम कर सकते हैं। * ये होंगी सुविधाएं निःशुल्क बिजली, काम करने के लिए कुर्सी-मेज, वाई-फाई, प्लग पॉइंट, कैफे नागरिकों को भी लाभ होगा। शहर में कई पेशेवर और फ्रीलांसर घर से काम करते हैं। हालाँकि, घर पर उचित सुविधाएँ न होने के कारण होटल या कैफे में काम करने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है। यही सुविधा मुंबई सेंट्रल में स्थापित की जा रही प्रणाली में भी उपलब्ध होगी। यह सुविधा न केवल यात्रियों के लिए बल्कि बाहरी लोगों के लिए भी उपलब्ध होगी। मुंबई सेंट्रल स्टेशन को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया है। इसके बाद बांद्रा टर्मिनस, वडोदरा, अहमदाबाद जैसे अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी ऐसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। संजय/संतोष झा- १७ मई/२०२५/ईएमएस