17-May-2025
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इन्दौर (ईएमएस) अपने मंत्री-विधायकों के बेतुके बयान और बदजुबानी से परेशान भाजपा अब उन्हें आर एस एस की तर्ज पर सार्वजनिक छवि प्रबंधन के गुर सिखाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव पर जल्द ही प्रदेश भाजपा की ओर से पार्टी के मंत्री-विधायकों के लिए एक पाठशाला लगाई जाने की बात भाजपा द्वारा कही जा रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता एवं देवास जिला मीडिया प्रभारी अमित कुमार चौरसिया ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तर्ज पर लगाई जाने वाली पाठशाला पर कटाक्ष करते हुए तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा उस संगठन का उदहारण देकर अपनी पाठशाला आयोजित कर रही है जिसने देश आजादी के 52 वर्ष के बाद तक अपने मुख्यालय पर भारतीय ध्वज नहीं फैहराया ओर देश मे विभाजनकारी ओर साम्प्रदायिक राजनीती को जन्म देने जैसे कृत्य किया आज भाजपा के जो भी जनप्रतिनिधि है यह वही जहरीली भाषा बोल रहे है जिसके पीछे इन्ही जैसे संगठनों की विचारधारा है। प्रदेश प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा की प्रधानमंत्री के निर्देश पर इसके लिए नर्मदा नदी के किनारे मौजूद एक संस्था का चयन किया गया है। जिस तरह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने स्वयंसेवकों के लिए प्रशिक्षण वर्ग आयोजित करती है, ठीक उसी तर्ज पर यह प्रशिक्षण वर्ग होगा। लेकिन भाजपा पहले यह भी तो बातये की उन्ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने बीते 23/फरवरी/25 को मध्यप्रदेश मे संगठन की नीतियों को लेकर विधायक सांसदों की पाठशाला लगाते हुए सख्त हिदायत दी थी की अंदर की बात अपने दिल में ही रखें। उसी पाठशाला मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के अलावा पार्टी संगठन के चुनिंदा पदाधिकारियों के साथ करीबन सवा 2 घंटे तक चर्चा की थी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पाठशाला मे विधायकों-सांसदों से कई सवाल-जवाब बैठक के दौरान करते हुए हिदायत भी दी गई थी की तोल मोल कर कब कितना बोलना है इसका संज्ञान रखे बैठक मे प्रदेश के कई मंत्री, विधायको को सख्त लहजे मे मोदी जी ने ताकित की थी की आपके अनर्गल ब्यान पार्टी की छवि धूमिल कर रहे है। इस पाठशाला का क्या असर हुआ ? इसके पूर्व 14/अक्टूबर /24 मे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी इसी तरह की पाठशाला में बीजेपी के विधायकों,सांसदों और पार्टी संगठन के पदाधिकारियों की क्लास लगा चुके है। जिसमे अध्यक्ष जी भाजपा के पंचनिष्ठ सिद्धांतो का अनुसरण करने के साथ पार्टी लाइन के खिलाफ न जाने की सख्त हिदायत थी। क्या हुआ उस का भी कोई असर नहीं हुआ ? अमित चौरसिया ने कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ओर प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा से पूछा की पूर्व मे हुई पाठशालो मे ली गई क्लास का क्या कोई असर आपके मध्य प्रदेश शासन के मंत्री विधायक एवं सांसदों पर नहीं हुआ है? यह लगातार देश ओर सेना का अपमान भी कर रहे हैं और म.प्र को निरंतर लूट भी रहे हैं प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री ओर प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा की लाचारी और बेबसी आज पूरा प्रदेश और देश देख रहा है। जिस तरह मंत्री विजय शाह और उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के सेना पर घृणित बयान के बाद सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आतंकवादियों को अपना बताया है। इनके बयानों में उनकी नासमझी, अनुभवहीनता, अपरिपक्वता, अज्ञानता और अहंकार का मिश्रण नजर आता है ओर यह आपकी पूर्व मे ली गई पाठशालो पर भी प्रशन चिन्ह खड़ा करता है ? अब तो ऐसा प्रतीत होता है की बीजेपी को न अब संविधान का डर है, न उच्च न्यायालय की परवाह, न सर्वोच्च न्यायालय की चिंता, न लोकतंत्र और नैतिकता जैसी कोई लोकलाज बची है..कुर्सी मिली है, तो कुर्सी पर बैठो, लोटो-लूटो ओर सत्ता के अहंकार का खुला नाच करो..फिर यह पाठशाला लगाने का स्वांग क्यों? भाजपा सरकार के निर्लज और बेशर्म मंत्रियों ओर सांसद को बचाने के लिए जनता को भ्रमित करने के लिए इस तरह की पाठशालाएं लगाने का क्या औचित्य जब आपके नेता पूर्व में दिए गए ज्ञान को ही आत्मसात नहीं कर सके हैं।अमित चौरसिया ने कहा कि भाजपा सरकार में ऐसे एक नहीं अनेकों उदाहरण भरे पड़े है जब भाजपा सरकार के मंत्री विधायक और सांसदों की अंतर्कलह ओर अहंकार सामने आया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए भाजपा को स्मरण करवाया कि कुछ दिनों पहले ही स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के ग्वालियर दौरे के दौरान एक होटल पर छापामार कार्रवाई के दौरान विवाद की स्थिति बन गई थी। इस दौरान मंत्री के बयान और व्यवहार से पार्टी की किरकिरी हुई। वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर दिए बयान के बाद विवादों में घिर चुके हैं।रतलाम की तराना सीट से विधायक चिंतामण मालवीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के खिलाफ ही बयानबाजी कर चुके हैं। महू विधायक ऊषा ठाकुर, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल सांसद आलोक शर्मा भी ऐसे विवादित बयान दे चुके हैं, जिस पर पार्टी को बाद में सफाई देनी पड़ी है। खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह के बीच अदावत और जुबानी जंग से पार्टी में गुटबाजी और अनुशासन भंग होने की बात कई बार सामने आ चुकी है। अमित चौरसिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में बीजेपी बेशर्म जनता पार्टी बनकर रह गई है, अब कितनी पाठशालाये लगा ले कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसलिए यह पाठशाला लगाने नौटंकी बंद कीजिए और तत्काल अपने मंत्रियों को बर्खास्त कर प्रदेश और देश से माफी मांगिये ओर अपने जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र की जनता के प्रति जवाबदेह बनाइये। आनन्द पुरोहित/ 17 मई 2025