जेरोम पॉवेल नहीं हो रहे टस से मस वाशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संकेतों के साथ एक बार फिर फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल पर हमला बोला है। ट्रंप ने फेड के ब्याज दरों में कटौती की मांग की और पॉवेल को उनके मौजूदा कार्यकाल से पहले हटाने की धमकी दी। यह तनातनी के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ सकता है। ट्रंप का मानना है कि कम ब्याज दरें अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी, जबकि पॉवेल ने ऐसे कदमों की चेतावनी दी है कि इससे महंगाई बढ़ सकती है। इस तनातनी के बीच ट्रंप ने पॉवेल को मेजर लूजर कहकर भी मामूली भाषा में संबोधित किया है। यह विवाद अमेरिकी राजनीति के दौरान एक और रोमांचक घटना बन गया है, जिसके परिणामों का सामर्थ्यक असर पूरी दुनिया देख रही है। इस संघर्ष के बीच, पॉवेल ने साफ किया है कि वे अपनी पदवी पर कटौती का विचार नहीं करेंगे और उन्हें इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं है। ट्रंप ने उनकी योग्यता पर सवाल उठाया है, लेकिन पॉवेल ने प्रधान्य देने का इरादा जताते हुए इस संघर्ष में निष्ठा प्रकट की है। जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह पॉवेल को 2026 से पहले हटाएंगे, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, नहीं, ऐसा क्यों करूंगा? मुझे जल्द ही उन्हें बदलने का मौका मिल जाएगा। ट्रंप भले ही पॉवेल को न हटाने की बात कह रहे हो, लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि वे चाहकर भी ऐसा कर नहीं सकते। अगर वे ऐसा करते हैं तो कानूनी पचड़े में पड़ जाएंगे और इससे फजीहत हो सकती है। इसलिए पॉवेल को झेलना ट्रंप की मजबूरी है। सतीश मोरे/18मई