- अपराधियों को पकडऩे की देख सकेंगे लाइव कार्रवाई - 52 जिलों के लिए 1032 बॉडी वॉर्न कैमरे की खरीदी भोपाल (ईएमएस) । मध्य प्रदेश के पुलिस विभाग में पारदर्शिता लाने के लिए अनोखा नवाचार किया जाने वाला है। प्रदेश के पुलिसकर्मी अब ‘बॉडी वॉर्न’ कैमरे से लैस रहेंगे। इससे न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता रहेगी। बल्कि उन्हें किसी भी गलत आरोप से बचाएगी। दरअसल, महानगरों और विदेश में पुलिसकर्मियों द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले बॉडी वॉर्न कैमरे से अब एमपी के सभी जिलों के पुलिसकर्मी भी लैस होंगे। पुलिस मुख्यालय ने 52 जिलों के लिए 1032 बॉडी वॉर्न कैमरों की खरीदी प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए टेंडर बुलाए गए हैं। भोपाल-इंदौर के थानों में दिए जा सकते हैं कैमरे पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत केंद्र सरकार से 60 फीसदी तो राज्य सरकार से 40 फीसदी राशि मिलेगी। इसी योजना के तहत बॉडी वॉर्न कैमरों की खरीदी की जा रही है। पुलिस कमिश्नर प्रणाली वाले भोपाल और इंदौर के सभी थानों में ये बॉडी वॉर्न कैमरे दिए जाने की योजना है। कैमरे की खासियत बॉडी वॉर्न कैमरे से घटनास्थल की लाइव फुटेज देखी जा सकेंगी। अपराधियों को पकडऩे में की गई कार्रवाई की रिकॉर्डिंग और लाइव फुटेज मुहैया होगी। इन कैमरों को पुलिसकर्मी वर्दी पर आगे की ओर लगाएंगे। ये अधिकतम 55 डिग्री तापमान में भी काम करने में सक्षम होंगे। ये कैमरे माइनस दस डिग्री और अधिकतम 55 डिग्री तापमान में भी काम करने में सक्षम होंगे। वाटर प्रूफ नाइट विजन कैमरों में आठ घंटे तक ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा होगी। इन कैमरों में 32 जीबी की इनबिल्ड मैमोरी होगी जरूरत पडऩे पर इसे 128 जीबी तक बढ़ाया जा सकेगा। मैदानी पुलिस वालों को दिए जाएंगे कैमरे भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा कि पुलिस की पारदर्शिता बनाए रखने और पारदर्शी तरीके से कार्रवाई करने में बॉडी वॉर्न कैमरे महत्वपूर्ण घटक हैं। सडक़ों पर जो पुलिस रहती है उसमें लगभग 40 के आस-पास कैमरे इस्तेमाल किए जा रहे हैं लेकिन इसकी उपलब्धता बढ़ाई जा रही है। थानों में जो जवान होते हैं, बयान लेने जाने वाले पुलिसकर्मी, इन्वेस्टिगेशन में जाने वाले और किसी भी कानून व्यवस्था में रहने वाले पुलिसकर्मियों के पास यह कैमरे होंगे। आगामी समय में डायल हंड्रेड वालों को भी कैमरे दिए जाएंगे जिससे घटना के बारे में पारदर्शिता के साथ काम कर सकें। और तत्परता से उस पर कार्रवाई कर सकें। साथ ही पुलिस की निष्पक्षता भी बरकरार रहे। विनोद / 22 मई 25