एथेंस (ईएमएस)। आज के डिजिटल दौर में तकनीक कैसे रिश्तों को तोड़ने का कारण बन सकती है, इसका ताजा उदाहरण है ग्रीस का यह चौकाने वाला मामला। ग्रीस की एक महिला ने चैटजीपीटी की मदद से अपने पति के अफेयर की पड़ताल करने की कोशिश की। उसने अपने और पति के कॉफी कप्स की तस्वीर एआई को भेजी और चैटबॉट ने दावा किया कि उसका पति किसी ई नाम की महिला के साथ संबंध में है। महिला ने इस पर भरोसा कर कोर्ट में तलाक की अर्जी लगा दी, जबकि पति ने साफ इंकार किया। यह पहला मामला नहीं है, जब रिश्तों में तकनीक ने खलल डाला हो। आज के समय में कपल्स के बीच सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरी है टेक्नोफिरेंस यानी रिश्तों में तकनीक का दखल। मशहूर मनोचिकित्सक के अनुसार, पहले जहां परिवार या दोस्तों की दखलअंदाजी रिश्तों को प्रभावित करती थी, अब यह जगह मोबाइल, सोशल मीडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने ले ली है। टेक्नोलॉजी अब सिर्फ दफ्तर या काम तक सीमित नहीं रही, बल्कि बेडरूम तक में पहुंच चुकी है, जहां कपल्स के बीच की बातचीत और नजदीकी को प्रभावित कर रही है। आज का इंसान वर्चुअल वर्ल्ड में इतना डूब चुका है कि झूठ भी सच लगने लगा है। सोशल मीडिया की चमक-धमक और रील्स की दुनिया ने लोगों को वास्तविकता से दूर कर दिया है। कपल्स अब भले ही एक छत के नीचे रहते हों, लेकिन मानसिक रूप से अलग हो गए हैं। बातचीत की जगह स्क्रीन ने ले ली है और भावनाओं की जगह इमोजी ने। ऐसे में रिश्तों को बचाने के लिए जरूरी है कि कपल्स डिजिटल बाउंड्री सेट करें। परिवार के साथ बिताए जाने वाले समय को मोबाइल और टेक्नोलॉजी से दूर रखें। सुबह की चाय, रात का खाना या छुट्टी के दिन मोबाइल से दूरी बनाकर एक-दूसरे को वक्त देना चाहिए। दिन में मोबाइल यूज करने के लिए कुछ निश्चित घंटे तय करने चाहिए ताकि पार्टनर को नज़रअंदाज़ महसूस न हो। रिश्तों में संवाद की अहमियत सबसे ज़्यादा होती है। जब कपल्स आपस में दिल की बात नहीं करते, तो मनमुटाव पनपने लगता है। सुदामा/ईएमएस 24 मई 2025