नई दिल्ली,(ईएमएस)। देश की पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट ने एक अहम मील का पत्थर पार कर लिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में एक वीडियो साझा कर बताया कि मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेल कॉरिडोर के तहत 300 किलोमीटर लंबा वायाडक्ट तैयार हो चुका है। इसके साथ ही गुजरात के सूरत में देश का पहला बुलेट ट्रेन स्टेशन लगभग बनकर तैयार हो गया है। रेल मंत्री वैष्णव के अनुसार, इस बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर 257.4 किमी का निर्माण फुल स्पैन लॉन्चिंग तकनीक से हुआ है, जिससे निर्माण गति में लगभग 10 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। इस प्रोजेक्ट के तहत अब तक 383 किमी पियर्स, 401 किमी फाउंडेशन एवं 326 किमी गर्डर कास्टिंग पूरा हो चुका है। सूरत स्टेशन के अतिरिक्त 11 और स्टेशनों पर भी कार्य तेजी से जारी है। स्वदेशी निर्माण से आत्मनिर्भर भारत की ओर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में उपयोग हो रही अधिकतर तकनीक और मशीनें भारत में ही विकसित की गई हैं। लॉन्चिंग गैंट्री, ब्रिज गैंट्री, गर्डर ट्रांसपोर्टर आदि पूरी तरह से स्वदेशी हैं। प्रत्येक स्पैन गर्डर करीब 970 टन वजनी है, और ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए तीन लाख से अधिक नॉइज़ बैरियर लगाए जा रहे हैं। 2026 तक आ सकता है पहला ट्रायल रेल मंत्री के अनुसार, यदि सब कुछ तय योजना के अनुसार चलता रहा, तो 2026 के मध्य तक सूरत से बिलीमोरा के बीच बुलेट ट्रेन का ट्रायल रन शुरू हो सकता है। इसके लिए आवश्यक कोच जापान से मंगाए जाएंगे, जो शिंकानसेन तकनीक पर आधारित होंगे। हिदायत/ईएमएस 24मई25