- नई योजना के तहत, कंपनियों को 4,150 करोड़ रुपए का निवेश करना होगा नई दिल्ली (ईएमएस)। एलन मस्क के पिता और घरेलू सर्वोटेक रिन्यूएबल पावर सिस्टम लिमिटेड के वैश्विक सलाहकार एरोल मस्क ने भारत की यात्रा के दौरान भारत को ई-वाहनों के लिए ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दूरदर्शी योजना की सराहना की। एरोल ने 35,000 डॉलर के न्यूनतम सीआईएफ पर इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहनों पर 15 प्रतिशत का कम सीमा शुल्क को अच्छा विचार बताया। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत अच्छा विचार है। साथ ही यह ईवी क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के लिए कई चीजों को आसान बनाएगा। दक्षिण अफ्रीकी व्यवसायी ने कहा कि हाई-टेक इलेक्ट्रिक व्हीकल को स्टेट-ऑफ-द-आर्ट टेक्नोलॉजी के साथ बनाना कठिन है। उन्होंने ईवी निर्माताओं की मदद के लिए हर संभव अवसर देने की मांग की। एरोल भारत की ग्रीन टेक्नोलॉजी और ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में तेजी लाने पर केंद्रित यात्रा के लिए भारत पहुंचे हैं। नई योजना के तहत, कंपनियों को 4,150 करोड़ रुपए का निवेश करना होगा। इसके बाद उन्हें 15 प्रतिशत के कम आयात शुल्क पर सालाना 8,000 इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहन इंपोर्ट करने की अनुमति होगी। सरकारी अधिसूचना के अनुसार इस योजना के तहत आयात किए जाने वाली इलेक्ट्रिक वाहनों की अधिकतम संख्या इतनी होगी कि प्रति आवेदक अधिकतम शुल्क छूट 6,484 करोड़ रुपए या न्यूनतम निवेश सीमा 4,150 करोड़ रुपए, जो भी कम हो, तक सीमित रहे। वहीं एलिजिबल प्रोडक्ट के घरेलू मैन्युफैक्चरिंग के लिए निवेश किया जाना चाहिए। अधिसूचना में कहा गया है कि अगर योजना के तहत निवेश ब्राउनफील्ड परियोजना पर किया जाता है तो मौजूदा विनिर्माण सुविधाओं के साथ स्पष्ट भौतिक सीमाएं निर्धारित की जानी चाहिए। सतीश मोरे/03जून ---