इन्दौर (ईएमएस) सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में डाक्टरों की टीम ने अपनी तरह के पहले और अनोखे मामले में एक नाबालिग लड़की के पेट में फंसी पांच सेंटीमीटर की हिजाब पिन बिना आपरेशन किए एंडोस्कोपी के माध्यम से निकाल दी। डाक्टरों के अनुसार नाबालिग द्वारा गलती से निगल ली गई यह पिन उसके पेट के निचले हिस्से ऐन्ट्रम में फंस गई थी। और वह पेट दर्द और उल्टी की समस्या से परेशान थी। मामले में गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डा. अमित अग्रवाल के अनुसार नाबालिग पेट दर्द की शिकायत लेकर आई थी। एक्सरे में पता चला पांच से सात सेंटीमीटर लंबी हिजाब पहनने के लिए उपयोग में लाई जाने वाली पिन पेट में फंसी है। पिन उस हिस्से में थी, जहां से निकालना जोखिम भरा होता है। लेकिन डेढ़ घंटे चली प्रकिया में हमारी टीम ने एंडोस्कोपी से पिन को बिना किसी नुकसान के निकाल दिया। उन्होंने बताया कि पांच डॉक्टरों की टीम ने बिना आपरेशन के एंडोस्कोपिक बास्केट से आहार नली के रास्ते पिन को निकाला। डॉक्टर अमित अग्रवाल के अनुसार एंडोस्कोपिक बास्केट से आमतौर पर पेट से स्टोन निकाले जाते हैं, लेकिन इस केस में पिन निकाली। इस प्रकिया में विशेष रूप से सावधानी बरती गई कि पिन किसी अन्य जगह पर घाव या नुकसान न पहुंचाएं। उन्होंने बताया कि फिलहाल नाबालिग की हालत स्थिर है। उसने लिक्विड डाइट लेना शुरू कर दिया है। दो दिन में डिस्चार्ज हो जाएगी। डाक्टरों के अनुसार ऐसा मामला पहली बार सामने आया है। अभी तक सिक्के या बैटरी फंसने के मामले आते रहे हैं। अपने तरह के इस पहले और अनोखे बिना चिरा लगाएं आपरेशन में अधीक्षक डॉ. सुमित शुक्ला के मार्गदर्शन में डॉ. हिमानी, डॉ. रोहन, डॉ. दीप्ति सक्सेना, डॉ. इशिता व अन्य स्टाफ भी शामिल रहा। आनन्द पुरोहित/ 06 जून 2025