07-Jun-2025
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बीजेपी के नेताओं का मानना, नीतिश का चेहरा वोट लाता है पटना (ईएमएस)। बिहार की राजनीति में इन दिनों केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की खूब चर्चा है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि उन्होंने खुद इसका ऐलान किया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में वे चुनाव लड़ने वाले है। इतना ही नहीं, उनकी पार्टी लोजपा (राम विलास) के कई नेता उन्हें विधानसभा चुनाव में उन्हें मुख्यमंत्री पद का चेहरा बता रहे है। इसके बाद से बिहार का सियासी गलियारा कयासों का बाजार गर्म है। बिहार की सत्तारूढ़ भाजपा और जेडीयू के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिख रही हैं। भाजपा नेतृत्व की ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि सीट शेयरिंग के बाद लोजपा के हिस्से में गई अपनी सीटों में से किसी पर चुनाव लड़ने के लिए चिराग स्वतंत्र हैं। चिराग के सार्वजनिक बयान तब आए हैं, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोधी लगातार कह रहे हैं कि 2025 के विधानसभा के बाद वे मुख्यमंत्री नहीं बनने वाले है। इसके लिए उनके स्वास्थ्य का हवाला दिया जा रहा है। एक रिपोर्ट में कहा है कि भाजपा नेता ने माना हैं कि चिराग में अपनी पार्टी के पारंपरिक आधार से परे स्वीकार्यता वाले नेता बनने की क्षमता है। बिहार के एक वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व सांसद ने कहा, वह सिर्फ 4 प्रतिशत वोट वाले पासवानों के नेता बनकर खुद को सीमित नहीं रखना चाहते हैं। उन्हें अपना जनाधार बढ़ना चाहते हैं, इसलिए अपने पत्ते खेल रहे हैं। बिहार भाजपा नेताओं का एक बड़ा गुट ने मानता हैं कि केंद्रीय नेतृत्व बिहार जैसे महत्वपूर्ण राज्य में पार्टी के लिए चेहरा तैयार करने में विफल रहा और इस विफलता ने चिराग को मौका दे दिया। उन्होंने कहा, “चिराग बार-बार यह कह रहे हैं कि वह बिहार जा सकते हैं और सामान्य सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। यह दर्शाता है कि वे बिहार की राजनीति में अगले नीतीश बनना चाहते हैं। नीतीश कुमार करीब दो दशकों तक बिहार पर बिना बहुमत के बिना किसी पार्टी के 20 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर के शासन किया है। उन्हें हर जगह से प्रोजेक्ट किया जाता है। भाजपा इन दिनों नेता नहीं, केवल कार्यकर्ता बनाती है।” भाजपा के शीर्ष नेताओं ने कहा कि उनके पास सभी मौजूदा सहयोगियों को एक साथ रखने और नीतीश कुमार को चेहरा बनाकर आगे बढ़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। नई दिल्ली में एक भाजपा नेता ने कहा, उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में रिपोर्ट अच्छी नहीं हैं, लेकिन उनका चेहरा वोट लाता है और उनकी विरासत महत्वपूर्ण है। आशीष दुबे / 07 अप्रैल 2025