अंतर्राष्ट्रीय
08-Jun-2025


मॉस्को(ईएमएस)। भले ही यूक्रेन छोटा देश है लेकिन में रूस को जबरदस्त टक्कर दे रहा है। बीते रोज यूक्रेन ने रूस का एसयू-35 फाइटर जेट मार गिराया। इससे अमेरिका भड़क गया और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को चेतावनी दे डाली। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि रूस जल्द ही एक बड़ा, हमला कर सकता है। रूस विशेषज्ञ माइकल कोफमैन का मानना है कि रूस यूक्रेन की एसबीयू को निशाना बना सकता है, जो इस ड्रोन हमले के पीछे थी। इसके लिए रूस मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल कर सकता है। लेकिन कोफमैन यह भी कहते हैं कि रूस की सैन्य ताकत पहले से ही सीमित है, क्योंकि वह पहले ही यूक्रेन पर अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है। रूस का विमान गिरा छोटी बात नहीं है। यूक्रेन का दावा है कि फरवरी 2022 में शुरू हुए रूस के पूर्ण पैमाने के आक्रमण के बाद से अब तक उसने रूस के 414 विमानों को नष्ट कर दिया। इस ऑपरेशन का पूरा ब्योरा तो सामने नहीं आया, लेकिन यह खबर रूस के लिए बड़ा झटका है। पिछले हफ्ते यूक्रेन ने और भी बड़ा झटका रूस को दिया। उसने ‘ऑपरेशन स्पाइडरवेब’ नाम से एक खास मिशन चलाया, जिसमें यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने रूस के 41 बमवर्षक और अन्य विमानों को निशाना बनाया। यूक्रेन का कहना है कि इस हमले से रूस को 7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ और उसका एक तिहाई रणनीतिक बमवर्षक बेड़ा तबाह हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक 21 विमान या तो पूरी तरह नष्ट हुए या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इस हमले में यूक्रेन ने 117 ड्रोन का इस्तेमाल किया, जो रूस के अलग-अलग हिस्सों में छिपे ट्रकों से लॉन्च किए गए। इन ड्रोनों ने रूस के चार अलग-अलग क्षेत्रों में हवाई अड्डों पर एक साथ हमला किया, जिनमें वो हवाई अड्डे भी शामिल थे जो यूक्रेन की सीमा से हजारों किलोमीटर दूर थे। इन हवाई अड्डों पर रूस के टीयू-95 और टीयू -22एम3 बमवर्षक विमान तैनात थे, जो यूक्रेनी शहरों पर लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों से हमले करते हैं। इसके अलावा, ए-50 निगरानी विमान भी निशाने पर थे, जो रूस के लिए हवा में ‘आंखों’ का काम करते हैं। जर्मन सैन्य अधिकारी मेजर जनरल क्रिश्चियन फ्रॉयडिंग ने बताया कि इस हमले में रूस के रणनीतिक बमवर्षक बेड़े का करीब 10 प्रतिशत हिस्सा तबाह हुआ। खास बात यह है कि ए-50 जैसे विमान बहुत कम हैं, और अब उन्हें स्पेयर पार्ट्स के लिए भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। फ्रॉयडिंग ने कहा, रूस अपनी विशाल सीमा में सुरक्षित महसूस करता था, लेकिन अब यह सच नहीं रहा। उसे अब अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना होगा। हालांकि, उनका कहना है कि रूस अभी भी हार मानने वाला नहीं है। उसके पास 90 प्रतिशत बमवर्षक बेड़ा बचा है, जो बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों के साथ-साथ बम गिराने में सक्षम है। लेकिन इस हमले का असर सिर्फ नुकसान तक सीमित नहीं है। बचे हुए विमानों को अब ज्यादा उड़ानें भरनी पड़ेंगी, जिससे वे जल्दी खराब हो सकते हैं। सबसे बड़ी बात, इस हमले ने रूस की सेना और सरकार पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के इस ड्रोन हमले का जवाब देने की धमकी दी थी। पिछले दो दिनों में खार्किव और कीव पर भारी बमबारी हुई, लेकिन पुतिन का वह ‘बड़ा हमला’ अभी तक नहीं हुआ, जिसका डर था। वीरेंद्र/ईएमएस/08जून2025 --------------------------------