13-Jun-2025


आधा दर्जन जुआरियों से ढाई लाख का मशरूका बरामद छिंदवाड़ा जबलपुर (ईएमएस)। सामाजिक बुराई वाले अपराधों पर अंकुश लगाने पुलिस कप्तान ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश जारी किया है। कप्तान के निर्देश के बाद अमरवाड़ा थाना की सिंगोड़ी चौकी पुलिस ने गुरूवार की रात सिंगोड़ी के बड़ेगांव स्थित सरकारी स्कूल के सामने जमे जुआ फड़ पर छापा मारकर ६ जुआरियों को पकड़ा है। पुलिस ने उनके कब्जे से ढाई लाख रूपए का माल मशरूका बरामद कर सभी के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है। मामले में सिंगोड़ी चौकी प्रभारी पंकज राय ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि बड़ेगांव के शासकीय स्कूल के सामने कुछ लोग हार-जीत का दांव लगा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो पुलिस को देख जुआरियों में भगदड़ मच गई। पुलिस ने घेराबंदी कर हारजीत का दांव लगा रहे ६ जुआरियों जिनमें दीपक पिता हरिप्रसाद टेकरे, सुरेन्द्र पिता कुंवर सिंह टेकरे, आसिफ पिता अमान खान, रामकृष्ण पिता धन्नालाल टेकरे, बलकरन पिता बाबूलाल इनवाती सभी निवासी ग्राम बड़ेगांव तथा फूलभानशाह पिता धरमचंद धुर्वे निवासी ग्राम गढ़ाछोटा सिंगोड़ी को पकड़ा है, इनके कब्जे से पुलिस ने ९ हजार ५९० रूपए नकद और दो बाईक, पांच मोबाईल सहित कुल २ लाख ५० हजार रूपए का माल मशरूका बरामद किया है। उन्होंने बताया कि सभी जुआरियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की है। जुआ फड़ पर दबिश देने वाली टीम में चौकी प्रभारी उनि पंकज राय, प्र.आर रामदयाल, सुजान बघेल, आर इकलेश उइके, उमाशंकर और आर. पीयुष शामिल थे। बिना पंजीयन के घर में चल रहा था फर्नीचर बनाने का कारखाना अवैध रूप से सागौन की लकड़ी से फर्नीचर बनानकर बेचने वाले कारोबारी पर वन विभाग की टीम ने कार्रवाई की है। आरोपी कारोबारी छापमारी के बाद से पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा था। बावजूद इसके टीम ने उसके घर से दो वाहनों में भरकर २.०८४ घ.मी. सागौन की लकड़ी जब्त की गई है, जिसकी कीमत लाखों रूपए बताई जा रही है। हालांकि वन विभाग के अधिकारी पकड़ी गई सागौन की कीमत बताने से कतरा रहे हैं। यह पूरा मामला पश्चिम वनमंडल के सांवरी परिक्षेत्र का है। यहां कमलेश विश्वकर्मा पिता रामजी विश्वकर्मा अपने घर के पीछे गोठान के कोठे में बिना पंजीयन के अवैध रूप से फर्नीचर बनाने का काम कर रहा था। अवैध रूप से जंगलों से सागौन की लकड़ी सप्लायर से लेने के बाद वह इससे फर्नीचर बनाकर बेच रहा था। गुरूवार-शुक्रवार की दरम्यिानी रात वन संरक्षक मधु वी राज को इस मामले की सूचना मिलने के बाद उन्होंने वनमंडलाधिकारी अमित निकम, एसडीओ बिजेन्द्र खोब्रागडे तथा परिक्षेत्र अधिकारी सांवरी कीर्तिबाला गुप्ता की टीम बनाकर उडऩदस्ता के सहयोग से उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया। जांच में नहीं कर रहे थे सहयोग वन परिक्षेत्र अधिकारी कीर्तिबाला और उनकी टीम ने घर में दबिश दी तो कमलेश विश्वकर्मा और उसके परिजन प्रदीप विश्वकर्मा, सतीश विश्वकर्मा और सहयोगी द्वारका विश्वकर्मा ने कार्रवाई करने से रोका, इसके बाद अधिकारियों ने अमला बुलाकर सर्च वारंट के साथ रातभर कार्रवाई की और मौके से २०६४ घ.मी. अवैध ल_े एवं चरपट सागौन जब्त किए और आरोपियों के खिलाफ मप्र काष्ठ चिरान (विनियमन) अधिनियम 1984 की धारा 2 (च) (छ), 10, 13 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। बिना लायसेंस के कर रहा था बढ़ईगिरी एसडीओ बिजेनद्र खोब्रागड़े ने बताया कि आरोपी कमलेश पिता रामजी विश्वकर्मा निवासी गुबरैल बिना लायसेंस के अपने घर से बढ़ईगिरी का काम संचालित कर रहा था। उसका लायसेंस पहले से ही खत्म हो चुका है, इसके बावजूद भी वह चोरी-छिपे बढ़ईगिरी का काम कर रहा था। मौके से टीम ने चौखट, पलंग, सोफा, टेबल इत्यादि जब्त किए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी कमलेश आदतन अपराधी है। इस पर दो वन अपराध पूर्व से दर्ज हैं। सागौन तस्करी का अड्डा बनी सांवरी रेंज पश्चिम वनमंडल के सांवरी रेंज में लगातार सागौन तस्करी के मामले सामने आते रहे हैं। यहां चोरी-छिपे कीमती सागौन के पेड़ों पर कुल्हाडिय़ां चलती रही हैं, बावजूद इसके अधिकारी कार्रवाई करने की बजाए सागौन तस्करों को संरक्षण देते रहे हैं। जिसका नतीजा गुबरैल में हुई एक कार्रवाई में सामने आया। बताया जा रहा है कि जिम्मेदार अधिकारी अपना मुख्यालय छोडक़र जिला से अपडाउन करते है और वो भी जब उन्हें ऐसी कोई सूचना मिलती है तब वे मौके पर पहुंच जाते हैं। ये रहे टीम में शामिल कार्रवाई के दौरान परिक्षेत्र सहायक कमला पाटिल, उमग वर्मा, पवन ढेपे, योगेश उईके, अजय शिवहरे, हरचंद सल्लाम, वनरक्षक भानू प्रताप बैस, श्याम जैन, ओमबंद डहरिया, शाहिद खान, परसराम कुमरे, अरविंद टांडेकर, सौरभ सिंह चौहान, धनकुमार चौधरी, स्नेहा बेले, शैलेन्द्र वाडीवार, विकास भारती, सागरदास उदासी, कमलेश मालवीय, रामपत उईके, रविन्द्र सोनी, सुरेश भनारिया, बौखेलाल साहू, रजनी इवनाती, सविता पारसे शामिल रहे। ईएमएस / 13 जून 2025