क्षेत्रीय
17-Jun-2025


छिंदवाड़ा (ईएमएस)। जिला जेल में बंद बंदी के मौत के मामले में अब मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। हालांकि इससे पहले सोमवार को मृतक के परिजनों के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराए गए थे। जिसमें परिजनों ने पुलिस और शराब दुकान संचालक पर मारपीट के आरोप लगाए थे। गौरतलब है कि पांढुर्णा के तिगांव निवासी भाऊराव पिता भैयाजी उईके को पांढुर्णा पुलिस ने ३ जून को मांडवीगांव की शराब दुकान के पास से शराब के साथ पकड़ा था और उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा ३४(२) प्रकरण दर्ज कर उसे दूसरे दिन ४ जून को जिला जेल में दाखिल कराया था। सोमवार को जब सभी बंदियों को बैरक के बाहर लाया जा रहा था, तब भाऊराव उईके ने जेल प्रबंधन से सीने में दर्द और पसीना निकलने की शिकायत की थी। इसके बाद उसे जेल के डॉक्टर द्वारा इलाज दिया गया था। हालत में सुधार न होने पर उसे सोमवार सुबह जिला अस्पताल लाया गया। जहां उपचार के कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई थी। पति की मौत को लेकर पत्नी शर्मिला उईके ने पुलिस और शराब भट्टी संचालक पर गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं जैसे ही सोमवार शाम उसका शव पांढुर्णा पहुंचा तो आक्रोषित परिवार और ग्रामीणों ने शराब दुकान में तोडफ़ोड़ कर दी थी। इसके बाद यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मंगलवार को क्षेत्र में स्थिति शांतिपूर्ण रही। भाऊराव पर दर्ज है सात मामले पांढुर्णा के एसपी सुंदर सिंह कनेश ने बताया कि भाऊराव की गिरफ्तारी से लेकर मृत्यु तक की घटनाओं की जांच की जा रही है। मृतक पर कुल 7 केस दर्ज थे। इनमें दो सट्टा एक्ट, दो आबकारी एक्ट, दो मारपीट और एक दुर्घटना का मामला शामिल है। ईएमएस/मोहने/ 17 जून 2025