ज़रा हटके
19-Jun-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। हेल्थ एक्सपटर्स के अनुसार, योग न केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है, बल्कि मन को शांत करने और आत्मा को संतुलन में लाने का भी सशक्त माध्यम है। योग की इसी श्रृंखला में अधोमुख श्वानासन का विशेष स्थान है, जिसे अंग्रेज़ी में ‘डाउनवर्ड फेसिंग डॉग पोज’ कहा जाता है। यह अष्टांग योग का महत्वपूर्ण हिस्सा है और सूर्य नमस्कार की सातवां आसन भी माना जाता है। अधोमुख श्वानासन करते समय शरीर की आकृति कुत्ते की तरह हो जाती है, जो नीचे की ओर झुका हुआ होता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से कंधे, हाथ, रीढ़ की हड्डी और पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। यह आसन न सिर्फ थकान मिटाता है, बल्कि एथलीट्स के लिए भी बेहद लाभकारी माना गया है। यहां तक कि ओलंपिक की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इसके फायदे बताए गए हैं, जिससे इसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता साबित होती है। यह आसन शरीर में रक्त संचार को बेहतर करता है, खासतौर पर सिर की ओर रक्त प्रवाह बढ़ाने में मदद करता है, जिससे मानसिक तनाव कम होता है और मस्तिष्क को शांति मिलती है। मानसिक संतुलन बेहतर होने पर नींद की गुणवत्ता भी सुधरती है और अनिद्रा की समस्या दूर होती है। नियमित अभ्यास से व्यक्ति को गहरी और सुकूनभरी नींद मिलने लगती है। इसके अलावा यह आसन पाचन तंत्र को सक्रिय करता है। पेट की मांसपेशियों पर हल्का दबाव डालने के कारण यह कब्ज, गैस, ब्लोटिंग और अपच जैसी समस्याओं में राहत देता है। जब पेट स्वस्थ रहता है, तो शरीर भी चुस्त-दुरुस्त महसूस करता है। अधोमुख श्वानासन शरीर के आंतरिक अंगों को सक्रिय बनाता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। इस आसन को करने के लिए सीधे खड़े होकर पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें, फिर हाथों को ऊपर उठाकर धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें और हथेलियों को ज़मीन पर टिकाकर शरीर को ‘वी’ आकार में लाएं। इस स्थिति में कुछ मिनट रहकर गहरी सांसें लें। नियमित अभ्यास से यह आसन शरीर और मन दोनों के लिए लाभदायक सिद्ध होता है। आज की तेज रफ्तार और तनावपूर्ण जिंदगी में योग अपनाना न सिर्फ शारीरिक सेहत के लिए, बल्कि मानसिक शांति के लिए भी बेहद जरूरी हो गया है। सुदामा/ईएमएस 19 जून 2025