ट्रंप ने नहीं सऊदी प्रिंस ने करवाया सीजफायर इस्लामाबाद(ईएमएस)। भारत के बाद अब पाकिस्तान ने भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर सीजफायर के दावे को अस्वीकार किया है। उपप्रधानमंत्री इशहाक डार ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि हमले के तुरंत बाद सऊदी प्रिंस फैसल बिन सलमान ने उनसे संपर्क किया और इच्छा जताई कि वे भारत के विदेश मंत्री जयशंकर से बात कर भारत-पाक तनाव को कम करने में मदद करें। डार ने कहा कि सऊदी प्रिंस फैसल बिन सलमान ने फोन करके पूछा कि क्या वह जयशंकर को बता सकते हैं कि पाकिस्तान रुकने के लिए तैयार है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया। हालांकि भारत ने हर बार उनके दावों को सिरे से खारिज कर दिया। पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशहाक डार ने यह भी स्वीकार किया कि भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस और शोरकोट एयरबेस पर एयर स्ट्राइक की थी। यह हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में था, जिसमें 26 आम नागरिक मारे गए थे। इससे पहले पाकिस्तान की सरकार और सेना द्वारा बार-बार हमले से हुए नुकसान को लेकर इनकार किया जाता था। उन्होंने कहा कि हमारे जवाबी हमले की तैयारी हो रही थी, लेकिन भारत ने हमसे पहले कार्रवाई कर दी और हमें चौंका दिया। भारत सरकार ने अपने ऑपरेशन को सटीक, मापी गई और गैर-उत्तेजक कार्रवाई करार दिया था। भारत का दावा था कि उसने केवल आतंकी ढांचों और उन ठिकानों को निशाना बनाया, जो सीमा पार से हो रहे हमलों की योजना और समर्थन में शामिल थे। प्रिंस ने पाकिस्तान को 45 मिनट में 25 बार फोन लगाया पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशहाक डार ने बताया कि जब सऊदी अरब के प्रिंस से मैंने भारत को बात करने को कहा तो प्रिंस ने मुझे 45 मिनट में 20 से 25 बार कॉल कर बताया कि मेरी भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर से बात हो गई है। डार के बयान से साफ पता चलता है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की हालत खराब हो गई थी और वह आगे लडऩे की स्थिति में नहीं था। उधर, सैटेलाइट इमेज से भी कई सैन्य ठिकाने और 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि से पाकिस्तान घबरा गया था। विनोद उपाध्याय / 20 जून, 2025