अंतर्राष्ट्रीय
20-Jun-2025


ये 2023 की तुलना में तीन गुना ज्यादा ज्यूरिख(ईएमएस)। स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा पैसा 2023 के मुकाबले 2024 में तीन गुना बढक़र 3.5 अरब स्विस फ्रैंक हो गया है। भारतीय रुपए में ये रकम करीब 37,600 करोड़ रुपए होती है। 2023 में यह रकम सिर्फ 1.04 अरब स्विस फ्रैंक (करीब 11,000 करोड़) थी। ये 2021 के बाद सबसे ज्यादा रकम है, तब ये 3.83 अरब स्विस फ्रैंक (करीब 41 हजार करोड़) थी। ये पैसा भारतीय व्यक्तियों और कंपनियों का है, जो स्विस बैंकों में जमा है, लेकिन ज्यादातर बढ़ोतरी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के जरिए आए फंड्स की वजह से हुई है। व्यक्तिगत ग्राहकों के खातों में जमा राशि सिर्फ 11 प्रतिशत बढ़ी है, जो करीब 346 मिलियन स्विस फ्रैंक यानी करीब 3,675 करोड़ रुपए है। यानी कुल रकम का सिर्फ 10वां हिस्सा ही व्यक्तिगत खातों से है। बाकी पैसा बैंकों, वित्तीय संस्थानों, बॉन्ड्स और सिक्योरिटीज जैसे रास्तों से आया है। भारतीय बैंक स्विस बैंकों में पैसा इसलिए जमा करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कारोबार और लेन-देन आसान हो। बॉन्ड्स, सिक्योरिटीज में निवेश से बेहतर रिटर्न मिले। स्विट्जरलैंड के स्थिर और सुरक्षित बैंकिंग सिस्टम का फायदा हो। विदेशी मुद्रा प्रबंधन और ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम में हिस्सेदारी हो। स्विस अधिकारियों और भारतीय सरकार ने साफ किया है कि स्विस बैंकों में जमा सारा पैसा काला धन नहीं माना जा सकता। ये आंकड़े स्विस नेशनल बैंक के आधिकारिक रिकॉर्ड से हैं, जो बैंकों की देनदारियों (लाइबिलिटीज) को दिखाते हैं। इसमें वो पैसा शामिल नहीं है, जो भारतीय, एनआरआई या अन्य लोग तीसरे देशों की कंपनियों के नाम पर जमा करते हैं। स्विस अधिकारी कहते हैं कि वो भारत के साथ टैक्स चोरी और धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करते हैं। विनोद उपाध्याय / 20 जून, 2025