-वतन वापसी पर यात्रियों ने लगाए हिंदुस्तान जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारे नई दिल्ली,(ईएमएस)। ईरान‑इज़रायल संघर्ष के बीच केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन सिंधु” ने शनिवार को एक और अहम पड़ाव पार कर लिया। तेहरान से रवाना हुई तीसरी विशेष उड़ान तड़के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारी गई, जिसमें 290 भारतीय नागरिक सवार थे। ईरान से वतन वापसी पर टर्मिनल से बाहर निकले यात्रियों ने हिंदुस्तान जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारों से आसमान को गुंजायमान कर दिया। भारत लौटे इन यात्रियों में सबसे अधिक 190 लोग केंद्र‑शासित जम्मू‑कश्मीर से हैं; शेष हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों के निवासी हैं। विदेश मंत्रालय में सचिव (सीपीवी एवं ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने हवाई अड्डे पर मीडिया को बताया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे लिए भारतीयों की सुरक्षा और कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऑपरेशन सिंधु शुरू हुए अभी तीन दिन ही हुए हैं और हम पहले ही 500 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश पहुँचा चुके हैं। इस अवसर पर चटर्जी ने आर्मेनिया और तुर्कमेनिस्तान का विशेष आभार जताते हुए कहा कि इन देशों ने भारतीयों की निर्बाध आवाजाही में अमूल्य सहयोग प्रदान किया है। युद्ध की दहशत के बीच वतन लौटे यात्रियों ने भारत सरकार के प्रबंधों की सराहना की है। ईरान से लौटीं एलिया वतूल ने मीडिया के समक्ष कहा, कि वहाँ हालात अनिश्चितता वाले थे, लेकिन हमें भारत सरकार ने पाँच सितारा स्तर की सुविधा और सतत हौसला दिया है। हमें विश्वास था कि सही‑सालामत लौटेंगे—और आज वही हुआ। वहीं मौलाना सैय्यद मोहम्मद सईद ने कहा, कि दूतावास ने तुरंत हमें सेफ़ ज़ोन में पहुँचाकर राहत प्रदान की और फ्लाइट का इंतज़ाम किया; हम प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री के शुक्रगुज़ार हैं। इसके साथ ही चटर्जी ने आगे बताया कि ईरान और इज़रायल में रह रहे शेष भारतीयों को दूतावास की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने को कहा गया है। उन्होंने कहा, सूची पूरी होते ही अतिरिक्त इवैक्यूएशन फ्लाइट्स तैनात की जाएँगी; कई एयरलाइनों से बातचीत चल रही है। जब तक हर इच्छुक भारतीय स्वदेश नहीं लौट जाता, ऑपरेशन सिंधु जारी रहेगा। ईरान में 10 हजार से अधिक भारतीय हैं मौजूद सरकारी आँकड़ों के अनुसार, ईरान में अब भी लगभग 10,765 भारतीय मौजूद हैं, जिनमें छात्र, तीर्थयात्री, कामगार और व्यवसायी शामिल हैं। नौसेना तथा वायुसेना सतर्क निगरानी बनाए हुए हैं; आवश्यकता पड़ने पर समुद्री मार्ग से भी बड़े स्तर पर निकासी अभियान शुरू किया जा सकता है। विदेश मंत्रालय ने ईरान‑इज़राइल क्षेत्र में बसे सभी भारतीयों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, स्थानीय अधिकारियों व भारतीय मिशनों के संपर्क में रहें और आधिकारिक दिशानिर्देशों का पालन करें। हिदायत/ईएमएस 21जून25