राष्ट्रीय
21-Jun-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। मीडिया में द न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से चल रही रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बंकर में छिपकर तीन मौलवियों को संभावित उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया है, क्योंकि चल रहे युद्ध में इजरायल की तरफ से उनकी हत्या की धमकियां दी जा रही हैं। शायद यह उनके और उनके तीन दशक के शासन के सामने आने वाले ख़तरनाक क्षण का सबसे स्पष्ट उदाहरण है। खामेनेई ने इजरायल के अटैक में मारे गए वरिष्ठ कमांडरों के पदों को भरना भी शुरू कर दिया है। योजना से परिचित तीन ईरानी अधिकारियों ने ये दावा किया है। अधिकारियों के अनुसार, खामेनेई के बेटे मोजतबा सर्वोच्च नेता बनने के लिए नामित तीन मौलवियों में शामिल नहीं हैं। पिछली रिपोर्टों में कहा गया था कि खामेनेई अपने बेटे को अपनी मौत के बाद पदभार संभालने के लिए तैयार कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि अयातुल्ला खामेनेई के बेटे मोजतबा, जो एक मौलवी भी हैं और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के करीबी हैं, उनके बारे में अफवाह थी कि वे सबसे आगे चल रहे हैं, मगर वे उम्मीदवारों में शामिल नहीं हैं। ईरान के पूर्व रूढ़िवादी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को भी 2024 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे जाने से पहले सबसे आगे चलने वाला उम्मीदवार माना जा रहा था। ईरान के युद्ध योजनाओं से परिचित तीन ईरानी अधिकारियों का कहना है कि हत्या की आशंका के चलते, अब खामेनेई अपने कमांडरों से ज़्यादातर एक भरोसेमंद सहयोगी के ज़रिए बात करते हैं, और उन्हें ढूंढ़ना मुश्किल बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक संचार को निलंबित कर दिया गया है। 1980 के दशक में इराक़ के साथ युद्ध के बाद से यह ईरान पर सबसे बड़ा सैन्य हमला है और देश की राजधानी तेहरान पर इसका असर ख़ास तौर पर भयंकर रहा है। कुछ ही दिनों में, इज़रायली हमले ज़्यादा संख्या में हो गए हैं और तेहरान में सद्दाम हुसैन द्वारा ईरान के खिलाफ़ अपने पूरे आठ साल के युद्ध में किए गए नुकसान से भी ज़्यादा अब तक नुकसान हुआ है। ऐसा लगता है कि ईरान ने अपने शुरुआती झटके पर काबू पा लिया है और खुद को इतना संगठित कर लिया है कि वह इज़रायल पर रोज़ाना जवाबी हमले कर रहा है, जिसमें एक अस्पताल, हाइफ़ा तेल रिफ़ाइनरी, धार्मिक इमारतें और घर शामिल हैं। ईरानी अधिकारियों के अनुसार, ईरान के शीर्ष अधिकारी भी चुपचाप कई तरह के परिणामों की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि युद्ध तेज हो रहा है और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस बात पर विचार कर रहे हैं कि लड़ाई में शामिल होना है या नहीं। अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि उन्हें अयातुल्ला की योजनाओं के बारे में सार्वजनिक रूप से बोलने का अधिकार नहीं है। ईरान के करीबी नेतृत्व के अंदर झांकना मुश्किल हो सकता है, लेकिन अधिकारियों और ईरान में राजनयिकों के अनुसार, अभी भी खामेनेई का नेटवर्क काम कर रहा है, भले ही इसे कड़ी चोट लगी हो। इसके साथ ही राजनीतिक क्षेत्र के लोगों में भी असंतोष के कोई स्पष्ट संकेत नहीं हैं। सुबोध\२१\०६\२०२५