अंतिम पांच विकेट के लिए साझेदारी औसत घटकर 18.93 पहुंचा लीड्स (ईएमएस)। यहां इंग्लैंड के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट में भारतीय टीम का निचला क्रम असफल रहा। भारतीय टीम ने पहली पारी में अंतिम छह विकेट केवल 24 रनों के अंदर ही खो दिये। वहीं दूसरी पारी में टीम ने अंतिम 6 विकेट 31 रन में ही खो दिए। इस प्रकार से निचले क्रम का ढ़हना टीम के लिए नुकसानदेह हो सकता है। साल 2024 के बाद से ही निचला क्रम असफल रहा है। पिछले एक साल में अंतिम पांच विकेट के लिए साझेदारी का औसत घटकर 18.93 रह गया है। भारतीय टीम का निचला क्रम रनों के मामले में केवल अफगानिस्तान और जिम्बाब्वे से ही ऊपर है, वहीं अन्य टीमों का औसत अंतिम पांच विकेट की साझेदारी के हिसाब से देखा जाये तो अधिक है। यहां तक कि वेस्टइंडीज, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और आयरलैंड जैसी टीमों के निचले क्रम का औसत भारतीय टीम से अच्छा है। वहीं अगर 2020 के बाद के आंकड़ों को देखें कि तेज गेंदबाजों ने जिन्होंने 20 से ज्यादा विकेट लिए हैं और उनका औसत 10 से ज्यादा का है तो उनमें भारत के केवल 2 ही खिलाड़ी हैं, जबकि इंग्लैंड के सात, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के 5-5 खिलाड़ी शामिल हैं। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के 4-4 खिलाड़ी 20 से ज्यादा विकेट लेकर 10 से ज्यादा का औसत रखे हुए हैं पर भारत के 2 गेंदबाज ऐसा कर पाए हैं। पहले टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम का स्कोर 447/4 था पर टीम ने अंतिम छह विकेट तेजी से गंवाये और वह 471 रन पर सिमट गयी। वहीं दूसरी पारी में भी ऐसा स्कोर चार विकेट पर 333 रन था लेकिन पूरी टीम बाद में 364 रन ही बना पायी। वहीं इंग्लैंड की टीम के आखिरी अंतिम छह खिलाड़ियों ने मैच में 240 रन जोड़े हैं। यही वजह है कि मैच पांचवें दिन पर चला गया है, जहां अब इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रन बनाने हैं, जिसमें से 21 रन बना लिए हैं।इससे पहले के मुकाबलों में भी भारतीय निचला क्रम असफल रहा था। गिरजा/ईएमएस 24 जून 2025