क्षेत्रीय
25-Jun-2025


जगदलपुर(ईएमएस)। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) बस्तर और लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन (एलएलएफ) के संयुक्त प्रयास से बस्तर ब्लॉक स्थित डाइट परिसर में छह दिवसीय बहुभाषी शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राज्य शासन के निर्देशानुसार नई पाठ्यपुस्तकों और बहुभाषी शिक्षण पद्धतियों को लेकर शिक्षकों और संकुल समन्वयकों को उन्मुख करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में बस्तर जिले के सात ब्लॉक—बस्तर, बास्तानार, दरभा, लोहंडीगुड़ा, तोकापाल, जगदलपुर और बकावंड से कुल 21 संकुल समन्वयक और 42 शिक्षक शामिल हुए। प्रतिभागियों को कक्षा 1 से 3 की नवीन पाठ्यपुस्तकों, शिक्षण योजनाओं और मूल्यांकन आधारित डेटा विश्लेषण की गहराई से जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा - मूलभूत स्तर 2022 (NCF-FS 2022) के सिद्धांतों पर आधारित प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए। इन सत्रों में मौखिक भाषा, डिकोडिंग, पठन और लेखन जैसे पठन के चार प्रमुख आयामों के साथ-साथ गणित की प्रभावी शिक्षण पद्धतियों पर भी विशेष बल दिया गया। प्राथमिक कक्षाओं में गतिविधि आधारित शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए साप्ताहिक शिक्षण योजना और शिक्षक संदर्शिका पर भी चर्चा हुई। इस प्रशिक्षण की एक विशेषता बहुभाषी शिक्षा रही, जिसमें बच्चों की घरेलू भाषा—विशेषकर हल्बी और भतरी—को कक्षा शिक्षण में समाहित करने पर जोर दिया गया। इससे बच्चों के सीखने के अनुभव को सहज और समृद्ध बनाए जाने की दिशा में एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों और समन्वयकों ने कक्षा-कक्ष में आने वाली व्यावहारिक चुनौतियों और उनके समाधान साझा किए। इन अनुभवों के आधार पर शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार के संभावित उपायों पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डाइट बस्तर के प्राचार्य नितिन दंडसेना, एफएलएन प्रभारी बेनूराम मौर्य, श्री जॉन और बस्तर एलएलएफ टीम की भूमिका सराहनीय रही। उम्मीद की जा रही है कि यह प्रशिक्षण शिक्षकों की शैक्षणिक दक्षता को मजबूत करेगा और बच्चों को अधिक प्रभावी और समावेशी शिक्षा प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। ईएमएस(संजय कुमार जैन)25 जून 2025