अंतर्राष्ट्रीय
26-Jun-2025


ओटावा,(ईएमएस)। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सुरे शहर की मेयर ब्रेंडा लॉक ने प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की सरकार से मांग की है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग और अन्य हिंसक ट्रांसनेशनल नेटवर्क को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाए। भारत ने इस कदम का स्वागत किया है। ये वही गैंग है, जिससे जुड़ा कुख्यात अपराधी गोल्डी बराड़ पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ले चुका है। गोल्डी कनाडा में इस गैंग का मुख्य एजेंट है। यह न सिर्फ गैंगस्टर गतिविधियों में बल्कि ड्रग तस्करी और राजनीतिक हिंसा में भी लिप्त है। सुरे शहर में बड़ी तादाद में भारतीय मूल के लोग रहते हैं। ब्रेंडा लॉक का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह भारत से संचालित होता है, लेकिन कनाडा में इसके स्थानीय एजेंट एक्टिव हैं। सुरे, ब्रैम्पटन और कैलगरी जैसे शहरों में दक्षिण एशियाई बिजनेस कम्युनिटी को निशाना बनाकर हत्या, धमकी और फिरौती वसूली जैसे मामलों को अंजाम दिया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट में भारतीय खुफिया सूत्रों ने इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि बिश्नोई गैंग का ग्लोबल नेटवर्क 700 से ज्यादा ऑपरेटिव्स पर फैला हुआ है। ये लोग एनक्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स, क्रिप्टो करेंसी और सोशल मीडिया के जरिए धमकियों और पैसों की मांग को अंजाम देते हैं। सुरे शहर में पिछले छह महीनों में 10 बड़े फिरौती के मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें ज्यादातर दक्षिण एशियाई व्यापारियों को निशाना बनाया गया। भारतीय एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि कई और गैंग हैं जो भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। खालिस्तान टाइगर फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल जैसे खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन भी कनाडा में सक्रिय हैं। माना जाता है कि ये संगठन फंडिंग, रिक्रूटमेंट और भारत में हिंसा की प्लानिंग में शामिल हैं। अपनी इन गतिविधियों को अंजाम देने के लिए वह राजनीति का सहारा लेते हैं। इन संगठनों का संबंध अमेरिका बेस्ड ग्रुप ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ से है, जिसे भारत सरकार पहले ही गैरकानूनी घोषित कर चुकी है। सिराज/ईएमएस 26जून25