तेल अवीव,(ईएमएस)। सभी इजराइली ईरान के खिलाफ युद्ध में एकजुट थे। मैं विपक्ष की नेता हूं, नेतन्याहू सरकार के साथ हमारे कई मतभेद हैं, लेकिन इस मामले में हम एक हैं। इजराइल की विपक्षी पार्टी येश अतीद की सांसद शेली ताल मेरोन पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की धुर विरोधी मानी जाती हैं। एक बातचीत के दौरान ईरान से जंग, फिर सीजफायर पर सवाल पूछने पर कहा, राजनीति अलग है और देश अलग। अभी हम देश के लिए सरकार के साथ हैं। भारत के बारे में उन्होंने कहा कि जंग रुकवाने में भारत अच्छा मध्यस्थ होता। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को बहादुर बताकर उनकी तारीफ की हैं। वे गाजा की लड़ाई को जख्म की तरह बताती हैं। इतना ही नहीं सांसद शेली ताल मेरोन कहती हैं कि ईरान इजराइल के अस्तित्व के लिए खतरा है। उससे जंग जरूरी थी। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सीजफायर का फैसला सही था। हमारी सेना ने सारे मिलिट्री टारगेट हासिल कर लिए हैं, लेकिन हम आगे के लिए भी सतर्क रहना होगा। ईरान हमेशा झूठ बोलने वाला देश रहा है, इसलिए हमें ज्यादा सतर्क होना चाहिए। उन्होंने अमेरिका से झूठ बोला कि वे न्यूक्लियर बम नहीं बना रहे थे। उन्होंने पूरी दुनिया को गुमराह किया। हम उम्मीद करते हैं कि वे फिर से एकजुट होकर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश न करें। अब भी इजराइल की तरफ मिसाइल फायर की जा रही हैं। अगर ईरान मिसाइल फायर करेगा, तब इजराइल जवाब देगा। अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि ये युद्ध जरूरी था। इसमें हमारा साथ देने के लिए मैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का शुक्रिया अदा करती हूं। उन्होंने अपनी सेना के जरिए ईरान के ठिकानों पर हमला किया। मैं उम्मीद करती हूं कि सब बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि हमारी सेना और सरकार ने इस युद्ध में अपने लक्ष्य हासिल किए हैं। मैं ईरान के लोगों से कहना चाहती हूं कि हमारी आपसे कोई लड़ाई नहीं है। हमें ईरान की धार्मिक तौर पर कट्टर सरकार से दिक्कत है। मैं उम्मीद करती हूं कि अब ईरान में लोकतंत्र आए। आशीष दुबे / 26 जून 2025