नई दिल्ली (ईएमएस)। शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के इस दौर में मल्टी एसेट फंड एक बेहतरीन समाधान बनकर उभरे हैं। खासकर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड ने बीते कुछ वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है और निवेशकों को बिना ज्यादा जोखिम के मजबूत रिटर्न दिया है। इस फंड की खास बात यह है कि यह एक ही पोर्टफोलियो में इक्विटी, डेट और कमोडिटी जैसे विभिन्न एसेट क्लास में निवेश करता है, जिससे बाजार की अनिश्चितता से बचाव होता है और फायदा अधिक मिलता है। किसी भी म्यूचुअल फंड का मूल्यांकन करते समय उसके रिटर्न की स्थिरता को जांचने के लिए ‘रोलिंग रिटर्न’ का सहारा लिया जाता है। 10 से 15 साल की अवधि में 5 साल के रोलिंग रिटर्न को औसत, न्यूनतम और अधिकतम रिटर्न के आधार पर मापा जाता है, जिससे यह समझ आता है कि फंड समय के साथ कितना स्थिर प्रदर्शन करता है। इसके साथ ही जोखिम और रिटर्न के अनुपात को समझने के लिए शार्प, सॉर्टिनो और ट्रेनर अनुपात जैसे मानकों का उपयोग किया जाता है। शार्प अनुपात जितना ज्यादा होता है, जोखिम के मुकाबले रिटर्न उतना बेहतर होता है। आईसीआईसीआई मल्टी एसेट फंड का शार्प अनुपात 0.63 है, जबकि श्रेणी का औसत मात्र 0.42 है, जो इस फंड की मजबूती को दर्शाता है। इसी तरह, सॉर्टिनो अनुपात यह बताता है कि नकारात्मक उतार-चढ़ाव के बावजूद फंड ने कितना फायदा दिया। इस मापदंड में भी यह फंड श्रेणी औसत से ऊपर है। ट्रेनर अनुपात के आधार पर देखा जाए तो यह 2.72 है, जबकि अन्य फंडों का औसत 1.68 है, जिससे साफ है कि इस स्कीम ने बाजार जोखिम को बेहतर तरीके से संभाला है। इसके अलावा अपसाइड और डाउनसाइड कैप्चर अनुपात यह बताता है कि जब बाजार चढ़ता है या गिरता है, तब फंड कैसा प्रदर्शन करता है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड रैली के समय बेहतर रिटर्न देता है और गिरावट के दौरान सीमित नुकसान करता है। यही कारण है कि यह फंड निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद और संतुलित विकल्प बनकर सामने आया है। बता दें कि शेयर बाजार में ज़रा सी हलचल होते ही उतार-चढ़ाव शुरू हो जाता है, जिससे निवेशकों के सामने जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे माहौल में सभी निवेशक ऐसे विकल्प की तलाश करते हैं, जो कम जोखिम में स्थिर और अच्छा रिटर्न दे सके। सुदामा/ईएमएस 27 जून 2025
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