पुलिस ने आरोपी फार्मासिस्ट और कंप्यूटर ऑपरेटर को पकड़ा संभल,(ईएमएस)। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां कुछ पैसों के लालच में पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बदलकर हत्यारे को बचाया और निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा था। मामले में स्वास्थ्य विभाग का एक फार्मासिस्ट और उसका साथी कंप्यूटर ऑपरेटर पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। दोनों को जेल भेज दिया गया है। डीएम ने पूरे मामले की गंभीरता को देखकर जांच कमेटी भी गठित कर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला रजपुरा थाना इलाके के गांव का है, जहां 19 मई को एक लड़की की हत्या हुई थी। लड़की के पिता को उसके प्रेम प्रसंग से परेशानी थी। नाराज होकर पिता ने अपने बेटे और साथियों के साथ मिलकर लड़की की हत्या कर शव को फांसी पर लटका दिया। इसके बाद लड़की के प्रेमी और उसके भाई पर हत्या का आरोप लगाया। हत्या के आरोपियों को बचाने के लिए आरोपी पक्ष ने एक फार्मासिस्ट से 50 हजार रुपए में सौदा किया, ताकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेराफेरी करे और हत्यारे बच जाएं, जबकि प्रेमी जेल में चले जाएं। पुलिस ने जब मामले की जांच की, तब जाकर भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने लड़की के पिता, भाई और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही फार्मासिस्ट और कंप्यूटर ऑपरेटर को भी भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ा है। पुलिस को इन दोनों के मोबाइल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलने की चैट और रिश्वत के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के साक्ष्य भी मिले हैं। जांच में पता चला कि जुनावई और असमोली इलाके में भी ऐसी ही गड़बड़ियां हो रही हैं, जहां पीएम रिपोर्ट के आधार पर हत्याएं छुपाई जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी और दर्जनों डॉक्टर मामले की जांच के दायरे में आ गए हैं। सूत्रों के अनुसार, फार्मासिस्ट द्वारा 50 हजार रुपए की रिश्वत लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छुपाने और बदलने का काम होता था। पुलिस को इस पूरे खेल की गहरी पैठ मिली है। बताया जा रहा है कि इस घोटाले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी और सीएमओ ने भी गोपनीय बैठकें कीं। आशीष दुबे / 27 जून 2025