क्षेत्रीय
28-Jun-2025
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ग्वालियर ( ईएमएस ) | तपस्वी सम्राट श्री सन्मति सागर महाराज के अंतिम शिष्य आचार्य श्री सुबल सागर महाराज ससंघ का ग्वालियर की पवन धरा पर भव्यता सन्मति सुबल वर्षायोग ग्वालियर 2025 चातुर्मास के लिए नौ साल के बाद नौ संतो का एक साथ भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा ग्वालियर सकल जैन समाज की ओर आज शनिवार को दौलतगंज स्थित दिगंबर जैन मंदिर से निकली गई। आचार्य श्री सुबल सागर महाराज ससंघ की आगवानी लश्कर, मुरार, उपनगर ग्वालियर सहित सम्पूर्ण ग्वालियर सकल जैन समाज ने सम्मिलित होकर जयकारों के साथ की। जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि समन्वयक जैन मिलन ग्वालियर के निर्देशन में आचार्य श्री सुबल सागर महाराज ससंघ की मंगल प्रवेश शोभायात्रा दौलतगंज जैन मंदिर से शुरू हुई। इस शोभायात्रा में सबसे आगे घोड़े पर सवार युवा हाथों में जैन ध्वजा लेकर चल रहे थे। वही डी.जे पर भजनों पर युवक और युवतियां जमकर नृत्य कर रहे थे। शोभायात्रा में महिलाएं केसरिया साड़ी और पुरुष साफ बांधकर व्हाइट परिधानों में सम्मिलित हुए। वही आचार्यश्री सुबल सागर जी महाराज सभी भक्तो को आशीर्वाद देते हुए चल रहे थे। मंगल प्रवेश शोभायात्र दौलतगंज से शुरू होकर पाटनकर चौराहे, फालका बाजार राममंदिर से गस्त का ताजिया, डीडवाना ओली, सराफा बाजार, महाराज बाड़ा, मोर बाजार, दाना ओली से होती हुई कार्यकम स्थल चंपाबाग धर्मशाला पहुंची। वही बैंड, ढोला ताशे के साथ जैन समाज के समाजजन ओर संस्थाएं जगह जगह रंगोली सज्जकर अपने प्रतिष्ठान, निवास ओर मंच लगाकर आचार्य श्री सुबल सागर महाराज की आगवानी कर पद प्रक्षालन के साथ दीपकों से आरती उतारी। *आचार्यश्री के सानिध्य में हुआ धर्मसभा का शुभारंभ, श्रीफल भेंटकर लिया आशीर्वाद, गूंजे जयकारे।* जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मंगल प्रवेश शोभायात्रा चंपाबाग धर्मशाला कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर आचार्य श्री सुबल सागर महाराज के सानिध्य में धर्मसभा का शुभारंभ भगवान पार्श्वनाथ चित्र का अनावरण पुरुषोत्तम जैन ओर आचार्य श्री सुनील सागर के चित्र का अनावरण राकेश जैन ने किया। मंगलाचरण सोनल जैन ने किया। आचार्यश्री सुबल सागर जी के चरणों का पद प्रक्षालन प्रमोद जैन मुरैना ओर शास्त्र भेंट राजेश जैन भिंड परिवार ने किया। आचार्यश्री के चरणों में श्रीफल भेंट चातुर्मास समिति के अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र गंगवाल, महामंत्री निर्मल पाटनी, महेंद्र टोंग्या, प्रशांत गंगवाल, बालचंद्र जैन, मुख्य संयोजक कमलेश जैन महेंद्र जैन बंटी, संयोजक विनय कासलीवाल, पंकज बाकलीवाल, प्रमोद जैन, प्रमोद टोंग्या, पंकज छाबड़ा एवं मंदिर कमेटी, संस्थाओं ने श्रीफल चरण भेंटकर मंगल आशीर्वाद लिया। संचालन उमेश जैन ओर विनय कासलीवाल ने किया। *इन मंदिर समिति व संस्थाओ ने आचार्यश्री की आगवानी कर उतारी आरती।* जिन मुख्य मार्गो से आचार्य श्री सुबल सागर महाराज की मंगल प्रवेश शोभायात्रा गूजरी उस रस्ते में दिगंबर खंडेवाल जैन मंदिर दौलतगंज, जैन स्वर्ण मंदिर, दिगंबर जैन मंदिर फालका बाजार, जैन मिलन ग्वालियर, जैन सोशल ग्रुप ग्वालियर, दिगंबर जैन सोशल ग्रुप ग्रेटर, दिगंबर जैन युवा जागरण मंच ग्रेटर, आप ओर हम टीम, दिगंबर जैन नागौरी, वरैया जैन मंदिर, पुलक मंच ग्रेटर, जैसावाल जैन मंदिर, जैन मिलन महिला नेमीनाथ, जैन मिलन महिला विशुद्ध, चंपाबाग जैन मंदिर ने आचार्यश्री के चरणों का जल से पद प्रक्षालन कर भव्य आरती उतारी। *ग्वालियर जैन समाज के पुण्य ओर उनकी आस्था, भक्ति से चतुर्मास मिला - आचार्यश्री सुबल सागर।* आचार्य श्री सुबल सागर महाराज ने चंपाबाग धर्मशाला में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ग्वालियर सकल जैन समाज का पुण्य बड़ा तेज है। मेरी स्वयं की इच्छा थी कि मैं भोपाल चातुर्मास करूंगा, मगर ग्वालियर समाज के पुण्य ओर उनकी भक्ति से चतुर्मास का मिलना बड़े सौभाग्य की बात है। वर्षाकाल में जीवों की उत्पत्ति अधिक होती है। इसलिए संत एक ही स्थान पर रहकर चातुर्मास करते हैं। चातुर्मास महापुण्य अर्जन करने का साधन है। भारतीय संस्कार और संस्कृति में जितने भी पर्व आते हैं, उन सभी में महापर्व चातुर्मास का पर्व है। अध्यात्म का पर्व, आत्म - उत्थान का पर्व, अपने आप को समझने का पर्व। यह दया, अहिंसा, करुणा और प्रेम का महापर्व है। धर्म का मतलब भी यही होता है। चातुर्मास में त्याग, संयम, तप और ध्यान किया जाता है।