नई दिल्ली,(ईएमएस)। संविधान को लेकर छिड़ी राष्ट्रीय बहस के बीच बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने रविवार को केंद्र की मोदी सरकार और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस, दोनों पर तीखा हमला बोला। प्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान को इन दोनों ही दलों ने कभी पूरी ईमानदारी से लागू नहीं किया। मायावती ने कहा, कि बाबा साहब ने भारत को ऐसा संविधान दिया, जो समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए था। लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए और अब भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार, दोनों ने इसे केवल राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों दलों ने समय-समय पर संविधान के मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ की है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक अवसरवाद के तहत इन पार्टियों ने संविधान में अनावश्यक संशोधन किए। यह संविधान की आत्मा पर आघात है। होसबले के बयान पर भी जताई आपत्ति इसी दौरान मायावती ने आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबले के हालिया बयान की भी आलोचना की। दरअसल होसबले ने संविधान की प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी शब्दों की प्रासंगिकता पर राष्ट्रीय बहस की वकालत की थी। मायावती ने इसे संविधान के सिद्धांतों पर हमला करार दिया और कहा, कि जो लोग बाबा साहब के संविधान की आत्मा को नहीं समझते, वही इस तरह की बहस छेड़ते हैं। यह बहुजनों के अधिकारों पर हमला है। हिदायत/ईएमएस 28जून25