अंतर्राष्ट्रीय
29-Jun-2025


-नाटो के रडार ने रूसी आईआई-20 विमान को किया था ट्रैक मॉस्को,(ईएमएस)। रूस-यूक्रेन तीन साल से लगातार जंग के मैदान में हैं, तो वहीं अब पुतिन ने नाटो देशों को सीधी धमकी दे दी है। ये धमकी नाटो देशों की हाल ही में नीदरलैंड में हुई बैठक के बाद दी गई। पुतिन ने नाटो को सीधा खतरा बताते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। इसके बाद उन्होंने बाल्टिक सागर के ऊपर शुक्रवार को अपना जासूसी विमान भी भेज दिया था, जिसे देखते ही यूरोपीय देशों में हलचल मच गई। नाटो देश जर्मनी ने तुरंत इसे रोकने के लिए अपने यूरोफाइटर जेट्स उड़ा दिए। नाटो के रडार ने जब कलिनिनग्राद से उड़ान भर रहे रूसी आईआई-20 विमान को ट्रैक किया, तो उसका ट्रांसपोंडर बंद था यानी विमान छिपकर उड़ान भर रहा था। जर्मन पायलटों की कार्रवाई के चलते विमान को पोलैंड और जर्मनी की ओर बढ़ने से पहले ही रोक दिया गया। करीब 100 किलोमीटर समुद्री सीमा के पास हुए इस इंटरसेप्शन में जर्मन विमानों ने जासूसी विमान की तस्वीरें भी लीं, लेकिन रूसी विमान जर्मन हवाई क्षेत्र में प्रवेश किए बिना उत्तर की ओर मुड़ गया और उसडोम द्वीप के करीब से निकल गया। बता दें यह 2025 में 9वां मौका है जब जर्मन सेना को रूसी विमानों की जासूसी गतिविधियों को रोकने के लिए अलर्ट पर जाना पड़ा। इस घटना के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने एस्तोनिया में परमाणु हथियारों से लैस नाटो विमानों की संभावित तैनाती पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि ऐसा सीधा खतरा है। पेस्कोव ने बाल्टिक देशों को ‘अविवेकी’ बयानबाज बताया और कहा कि रूस-नाटो रिश्ते पहले से ही ठंडे हैं। बता दें एस्तोनिया के रक्षा मंत्री हन्नो पेवकुर ने संकेत दिया था कि उनका देश यूएस एफ-35 जैसे विमान लेने को तैयार है। ये वो फाइटर जेट्स हैं जो टैक्टिकल न्यूक्लियर बम ले जा सकते हैं। जर्मनी की विदेशी खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने चेतावनी दी कि ‘यूक्रेन सिर्फ पश्चिम की ओर एक कदम है। उन्होंने कहा कि हमारे पास इसके पुख्ता सबूत हैं। वहीं नाटो के नए महासचिव मार्क रूटे ने भी कहा है कि रूस 2030 तक नाटो पर हमला कर सकता है। फिनलैंड सीमा से महज 56 किमी दूर रूस ने चार सैन्य ठिकानों पर सैनिकों और हथियारों की भारी तैनाती कर दी है। विशेषज्ञों को डर है कि रूस एक सीमित संघर्ष की योजना बना सकता है, जिससे नाटो के आर्टिकल-5 की परीक्षा ली जा सके। वहीं रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में पुतिन को नया झटका लगा है। यूक्रेनी ड्रोन ने वोल्गोग्राड क्षेत्र के मारिनोवका एयरबेस पर 321 किमी दूर जाकर चार एसयू-34 लड़ाकू विमानों को निशाना बनाया। इनमें से दो पूरी तरह तबाह हो गए, जबकि दो और क्षतिग्रस्त हुए है। इन विमानों की कीमत करीब 300 करोड़ रुपए प्रति यूनिट है। सिराज/ईएमएस 29जून25