भोपाल(ईएमएस)। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के नेतृत्व में शनिवार को पैराडाइज़ स्कूल, बोडरझी, आमला (जिला बैतूल) में एक दिवसीय निःशुल्क सिकल सेल स्क्रीनिंग एवं जनजागरूकता शिविर एवं रक्तक्रांति सम्मान समारोह का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एम्स भोपाल एवं मध्य प्रदेश थैलेसीमिया जन जागरण समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य गंभीर आनुवांशिक रक्त विकारों के प्रति जागरूकता फैलाना और जनजातीय एवं वंचित क्षेत्रों में निःशुल्क जांच की सुविधा प्रदान करना था। यह शिविर सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक चला, जिसमें एम्स भोपाल की 16 सदस्यीय चिकित्सकीय टीम ने सिकल सेल रोग की पहचान, परीक्षण और परामर्श जैसी सेवाएं प्रदान कीं। सिकल सेल एक आनुवंशिक रक्त विकार है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी बिना पहचान के फैलता जाता है। शिविर के दौरान करीब 230 लोगों की जांच की गई, जिनमें से 156 लोगों का पॉइंट-ऑफ-केयर टेस्ट निःशुल्क किया गया। इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा: आज भी सिकल सेल रोग प्रभावित क्षेत्रों में मरीजों की जांच और उपचार एक बड़ी चुनौती है। इस प्रकार के जागरूकता एवं स्क्रीनिंग शिविरों के माध्यम से हम समय पर ज़रूरतमंदों तक सहायता पहुँचा सकते हैं। एम्स भोपाल इन संवेदनशील क्षेत्रों में निरंतर परीक्षण और परामर्श प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा इस प्रकार की सामुदायिक स्वास्थ्य पहलों को लगातार सहयोग देता रहेगा। इस शिविर में डॉ. गौरव ढींगरा (एम.डी., डी.एन.बी., हीमैटोलॉजिस्ट), डॉ. वैशाली वाल्के (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी विभाग), डॉ. दानिश जावेद (सीनियर मेडिकल ऑफिसर), और डॉ. योगेन्द्र सिंह यादव (एसोसिएट प्रोफेसर, बाल रोग विभाग) विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने सिकल सेल रोग की रोकथाम में शीघ्र पहचान और जनजागरूकता की भूमिका पर प्रकाश डाला। आयोजन को सफल बनाने में जनसेवा कल्याण समिति, मां शारदा साहित्य समिति, डॉ. शैलेन्द्र साहू विद्यालय और एएचपीएस आमला का विशेष योगदान रहा। इसके साथ ही थैलेसीमिया जन जागरण समिति, जबलपुर सहित प्रदेश की कई अन्य सामाजिक संस्थाओं ने भी इस जनहितकारी पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रक्तक्रांति सम्मान समारोह के अंतर्गत रक्तदान के क्षेत्र में योगदान देने वाले रक्तदाताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान नागरिकों, युवाओं और बच्चों को सिकल सेल की समय पर पहचान, बचाव और विवाह पूर्व जांच जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूक किया गया। इस प्रकार के सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रम एम्स भोपाल के अस्पताल से बाहर निकलकर जन-जन तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाने के संकल्प को दर्शाते हैं और समान स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। हरि प्रसाद पाल /01 जूलाई 2025