- 40 संस्थानों ने 972 फर्जी छात्रों के नाम पर निकाले 57 लाख से ज्यादा रुपए - 40 से ज्यादा मदरसों, स्कूलों के खिलाफ केस दर्ज भोपाल(ईएमएस)। राजधानी में पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप में बड़ा घोटाला सामने आया है। पिछड़ा वर्ग-अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार से मिली शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने शहर के 40 से अधिक मदरसों, स्कूलों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर भोपाल के निर्देश पर 40 शिक्षण संस्थानों, उनके प्रबंधन, नोडल अधिकारियों और प्रमुखों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला कायम किया है। इन संस्थानों ने 972 ऐसे छात्रों के नाम पर स्कॉलरशिप निकाली, जो वास्तव में अस्तित्व में ही नहीं थे। क्राइम ब्रांच एडीसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया की पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार की ओर से कक्षा 11 और 12 में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को सालाना 57 हजार रूपए की छात्रवृत्ति दी जाती है। भारत सरकार से मिलने वाली इस स्कॉलरशिप का लाभ 40 से ज्यादा मदरसों और स्कूलों में पढऩे वाले 11 सौ छात्रों को दिया जा रहा था। लेकिन इन मदरसों, स्कूलों मान्यता केवल 10वीं कक्षा की है। इन सभी मदरसों, स्कूलों द्वारा गलत तरीके से 11वीं और 12वीं कक्षा की मान्यता दिखाकर छात्रवृत्ति ली जा रही थी। गड़बड़ी सामने आने के बाद पिछड़ा वर्ग-अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार के अधिकारी ने क्राइम ब्रांच में शहर के 40 से ज्यादा मदरसों व स्कूलों के खिलाफ केस फाइल कराया है। फिलहाल पुलिस इन मदरसों व स्कूलों की मान्यता के संबंध में जानकारी जुटाते हुए आगे की जॉच कर रही है। जुनेद / 1 जुलाई