हर्रई- मोहखेड़-उमरेठ में पिछले साल से दोगुनी बारिश छिंदवाड़ा (ईएमएस)। जिले में इस बार मानसून देर से आया लेकिन दुरुस्त आया। पिछले तीन चार दिन से लगातार रिमझिम बारिश हो रही है। कई बार कुछ देर के लिए तेज बूंदाबांदी भी हो रही है। शुरू में धीमी रही मानसून की शुरुआत अब सामान्य से ज्यादा हो गई है। पिछले साल की तुलना में इस बार औसत बारिश 1 इंच ज्यादा हुई है। एक जून से एक जुलाई के बीच पिछले साल 180 मिमी वर्षा हुई थी इस बार 195 मिमी बारिश हो चुकी है। इस मानसून में जिले के ग्रामीण क्षेत्र खूब भिगो रहे हैं। गर्मी और उमस से परेशान इन क्षेत्रों में मानसून की मेहरबानी से लेागों के चेहरों पर खुशी दौड़ रही है। अमरवाड़ा क्षेत्र के हर्रई अंचल, सौंसर-पांढुर्णा क्षेत्र के मोहखेड़ और कोयलांचल के उमरेठ में इस बार बारिश की अच्छी शुरुआत हुई है। शुरुआती एक महीने में ही इन क्षेत्रों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। कोयलांचल क्षेत्र की उमरेठ में इस बार पूरे जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। पिछले साल यहंा अब तक 147 मिमी वर्षा हुई थी इसबार आंकड़ा 299 मिमी पहुंच गया है। यही स्थिति अमरवाड़ा की हर्रई तहसील का है। यहां पिछले साल 106 मिमी ही बारिश हुई थी इस बारि 287 मिमी पानी यहां बरसा है। इसी तरह मोहखेड़ में पिछले साल के 100 मिमी के विरुद्ध 224 मिमी वर्षा हुई है। अमरवाड़ा में पिछलीे साल 1 जुलाई तक 251 मिमी बारिश हुई थी इस बार भी यहंा उसी के आसपास 148 मिमी पानी बरसा है। इस बार बिछुआ में पिछले साल की अपेक्षा कम बारिश हुई है। अब तक यहां 122 मिमी बारिश हुई है। यह सभी तहसीलों में सबसे कम बारिश का आंकड़ा है। पिछले साल यहं 245 मिमी बारिश जुलाई महीने के शुरू होने तक हो चुकी थी। तहसीलों में औसत बारिश का आंकड़ा जिले में एक जून से 1 जुलाई तक तहसील छिन्दवाड़ा में 190.4, मोहखेड़ 224.9, तामिया में 157, अमरवाड़ा में 248.2, चौरई में 144.4, हर्रई में 287.2, बिछुआ में 122.2, परासिया में 137.6, जुन्नारदेव में 178.2, चांद में 166.7 और उमरेठ में 299 मिमी औसत वर्षा हुई है। ईएमएस/मोहने/ 01 जुलाई 2025