ज़रा हटके
02-Jul-2025
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टोक्यो (ईएमएस)। सोचिए, अगर कोई ऐसी आसान फिटनेस तकनीक हो जिसमें न तो जिम जाना पड़े, न ही महंगे इक्विपमेंट की जरूरत हो और न ही अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कोई बड़ा बदलाव करना पड़े। बस जरुरत होती है आपकी चाल, आधा घंटा वक्त और थोड़ी सी लगन की। हाल में एक रिपोर्ट में जापान से आई “जापानी वॉकिंग” या इंटरवल वॉकिंग ट्रेनिंग को ऐसी ही आसान और असरदार तकनीक बताया गया है। यह तकनीक जापान के शिंशु विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हिरोशी नोज़ और एसोसिएट प्रोफेसर शिज़ू मसुकी ने विकसित की। इसमें 3 मिनट तेज चाल से चलना होता है और फिर 3 मिनट धीमी चाल से। इस चक्र को 6 बार दोहराया जाता है जिससे पूरा सेशन 30 मिनट का हो जाता है। तेज चाल का मतलब ऐसा चलना कि आप बातचीत तो कर सकें लेकिन जोर से गाना न गा पाएं। धीमी चाल वाली वॉक बिलकुल हल्की और आरामदायक होती है, जैसी मॉल में खिड़की शॉपिंग करते हुए होती है। जापान में हुए एक अध्ययन में यह पाया गया कि जो लोग इस तकनीक से चलना शुरू करते हैं वे न सिर्फ वजन घटाते हैं बल्कि उनकी फिटनेस, ब्लड प्रेशर और सहनशक्ति में भी सुधार होता है। यहां तक कि बुजुर्गों के लिए भी यह तकनीक ताकत बनाए रखने में फायदेमंद साबित हुई। यह तकनीक कदमों की संख्या पर नहीं बल्कि उनकी गुणवत्ता पर ध्यान देती है। सिर्फ 10,000 कदम चलने से उतना फायदा नहीं मिलता अगर चाल में रफ्तार और ठहराव न हो। जापानी वॉकिंग इसी कमी को दूर करती है। तीन-तीन मिनट के ब्लॉक इसलिए रखे गए हैं क्योंकि बुजुर्गों पर किए गए पहले परीक्षण में पाया गया कि 3 मिनट तेज चलने पर शरीर को चुनौती मिलती है लेकिन बहुत ज्यादा थकान नहीं होती। फिट लोग समय बढ़ा सकते हैं जबकि शुरुआती लोग 1-2 मिनट से भी शुरुआत कर सकते हैं। यह तकनीक खासतौर पर उनके लिए फायदेमंद है जो जिम जाने में हिचकते हैं या जिन्हें घुटनों और कमर में दर्द की समस्या है। कुछ हफ्तों में ही लोग ज्यादा ऊर्जा, हल्कापन और बेहतर मूड महसूस करने लगते हैं। सुदामा/ईएमएस 02 जुलाई 2025