राज्य
02-Jul-2025
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18 करोड़ की लागत से बनी सडक़ 12 दिन में 8 बार धंसी भोपाल/ग्वालियर (ईएमएस)। मप्र की राजधानी भोपाल के 90 डिग्री मोड वाले ब्रिज का मामला अभी थमा नहीं कि दूसरे महानगर ग्वालियर में नई बनी एक सडक़ बार-बार धंस रही है। 18 करोड़ की लागत से बनी सडक़ बारिश के मौसम में 12 दिन में 8 बार धंस चुकी है। सडक़ की मिट्टी इतनी धंसी कि इसने सुरंग का रूप ले लिया। हैरान करने वाली बात यह है कि इसे 15 दिन पहले ही बनाया गया था। अब सोशल मीडिया पर सडक़ के फोटो और वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं। हालांकि, मामला बढऩे पर कलेक्टर ने इस मामले पर संज्ञान लिया और इसका पैच वर्क करवाया। लेकिन अब गौर करने वाली बात यह है कि लगातार सडक़ों के उखडऩे से न सिर्फ जनता को परेशानी होती है। बल्कि इसे बार-बार सुधरवाने में आम जनता के टैक्स के पैसे व्यर्थ बहाए जाते हैं। दरअसल, ग्वालियर शहर में स्टॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम प्रोजेक्ट चल रहा है। इसके तहत नगर निगम ने कुलदीप नर्सरी से एजी ऑफिस पुलिस तक करीब 2800 मीटर के स्टॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम के लिए जैन एंड राय कंपनी को 14.50 करोड़ ठेका दिया गया था। इसके बाद हाकिम शर्मा की एचएनएस कंपनी को 4.09 करोड़ का सडक़ निर्माण का काम सौंपा गया। कुल मिलाकर पूरा प्रोजेक्ट 18 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। बीते दिनों पहले ही ड्रेनेज सिस्टम के लिए 4 से 7 मीटर की गहराई के गड्ढे खोदे गए थे और फिर प्रोजेक्ट पूरा होने पर सडक़ भी बिछा दी गई। लेकिन बारिश ने ठेकेदारों के काम की पोल खोलकर रख दी। कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश ग्वालियर की बार-बार धंसकती रोड का मुद्दा सिर्फ मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के जरिए राष्ट्रीय स्तर पर वायरल हो चुका है। लोग तरह तरह के कैप्शन और कमेंट्स के साथ गुफानुमा और सुरंग बन चुकी सडक़ की फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि निगम के इंजीनियरों ने भी ठेकेदारों से मिलीगभत करके रिपोर्ट ओके कर दी। प्रोजेक्ट में शामिल दोनों कंपनियों को अब तक 14 करोड़ का भगुतान भी हो चुका है। नगर निगम के कमिश्नर संघप्रिय गौतम ने इस मामले में इंजीनियारों को नोटिस दिया है तो वहीं जिला कलेक्टर रुचिका चौहान ने एक जांच कमेटी का गठन कर दिया है।