नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली के नागरिकों को नया पर्यटन स्थल मिला, जीर्णोद्धार कार्य पूरा करने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और दिल्ली विकास प्राधिकरण ने इसे पर्यटकों को समर्पित किया। राजधानी के ऐतिहासिक धरोहरों की सूची में पर्यटकों के लिए एक और नाम जुड़ गया है। दिल्ली के शालीमार बाग स्थित शीश महल का जीर्णोद्धार कार्य पूरा करने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने इसे पर्यटकों को समर्पित कर दिया है। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को शीश महल विरासत संरचनाओं का अनावरण किया। इस मौके पर सांसद प्रवीण खंडेलवाल भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि संरक्षण को लेकर योजनाबद्ध तरीके से काम किया। इसके संरक्षण में राजस्थान और आगरा के लाल बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया। बारादरी के साथ संरचनाओं को प्रामाणिकता और मजबूती सुनिश्चित करने के लिए चुने की कंक्रीट, सुर्खी, लखौरी ईंटों का इस्तेमाल किया। इसके साथ गुड़, बेलगिरी और उड़द जैसे प्राकृतिक बाइंडरों जैसी पारंपरिक सामग्रियों और तकनीकों का भी उपयोग किया। इसके संरक्षण के कार्य में मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई कारीगरों ने काम किया। शीश महल में प्रवेश निशुल्क है। शीश महल में बारादरी और तीन ऐतिहासिक कुटीर का जीर्णोद्धार किया है। एक कुटीर में बुक कैफे बनाया गया है। दूसरे कुटीर, कैफे शालीमार बाग में पर्यटकों को कई खानपान की वस्तुएं मिलेंगी। तीसरे कुटीर को आधिकारिक प्रयोजनों के लिए समकालीन उपयोग के लिए तैयार किया गया है। दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि डीडीए दिल्ली के अन्य विरासत संरचनाओं की रक्षा और उन्हें बहाल करने के लिए सक्रिय रूप से संरक्षण का काम कर रहा है। इसी दिशा में महरौली पुरातत्व पार्क, सेंट जेम्स चर्च, हजरत निजामुद्दीन बस्ती और अनंगपाल तोमर वन में विरासत संरचनाओं की बहाली जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। इन ऐतिहासिक धरोहर स्थलों का मरम्मत, जीर्णोद्धार प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह पर्यटकों के लिए नए पर्यटन स्थल के रूप में फिर से स्थापित होंगे। ये बहाल कार्य पर्यटकों और नागरिकों को शहर के इतिहास से जुड़ने के नए रास्ते प्रदान करेंगे। यह स्थल मनोरंजन के स्थान के रूप में भी काम करेंगे। अजीत झा/ देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/03/ जुलाई /2025