बालोद(ईएमएस)। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे युक्तियुक्तकरण अभियान का असर अब ज़मीनी स्तर पर नजर आने लगा है। बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड अंतर्गत पीएमश्री शासकीय प्राथमिक शाला संबलपुर में वर्षों से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यालय को आखिरकार राहत मिली है। युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत दो नए शिक्षकों की नियुक्ति से अब यहां कुल पाँच शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षकों की इस बहुप्रतीक्षित नियुक्ति को लेकर विद्यालय स्टाफ, पालकगण और ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है। विद्यालय में 150 से अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं, लेकिन पूर्व में केवल तीन शिक्षकों के भरोसे पढ़ाई संचालित हो रही थी। अब दो अतिरिक्त शिक्षकों के आने से शिक्षण कार्य न केवल व्यवस्थित हुआ है, बल्कि विषयवार कक्षाएं भी सुचारू रूप से संचालित हो रही हैं। शाला विकास समिति के अध्यक्ष गंगाराम निषाद और साहित्यकार-शिक्षाविद बिरेन्द्र निरोटी ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिली है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता बेहतर होगी बल्कि स्कूल छोड़ने की प्रवृत्ति (ड्रॉपआउट) पर भी लगाम लगेगी। विकासखंड शिक्षा अधिकारी हिमांशु मिश्रा ने जानकारी दी कि युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत संबलपुर शाला में बसंती टिकेश्वर और राबिन नागवंशी की नियुक्ति की गई है। अब विद्यालय में प्रधानपाठक वीणा ठाकुर, अनिल दिल्लीवार, सुनीता समेत कुल पाँच शिक्षक शिक्षण कार्य में जुटे हैं। विद्यालय में शिक्षकों की संख्या बढ़ने से विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति रुचि और उत्साह देखने को मिल रहा है। पालकों का कहना है कि अब बच्चे घर आकर स्कूल की गतिविधियों को लेकर उत्साहपूर्वक चर्चा करते हैं। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और शिक्षा विभाग का आभार जताते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि इस तरह की योजनाएं शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाएंगी। सत्यप्रकाश(ईएमएस)03 जुलाई 2025