मनोरंजन
04-Jul-2025
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मुंबई (ईएमएस)। एक पॉडकास्ट में चर्चा से दिग्गज अभिनेता परेश रावल ने साफ कहा कि दर्शकों का टेस्ट बदल गया है, लेकिन फिल्म बनाने वालों को इसकी समझ नहीं है। परेश रावल ने कहा, “ओटीटी ने लॉकडाउन के दौरान दो साल तक लोगों को बहुत अच्छा कंटेंट दिया। इससे दर्शकों की सोच और पसंद बदल गई। लेकिन फिल्ममेकर्स इसे समझ नहीं पाए। जनता उनसे बहुत आगे निकल गई है। अगर आप हर बार एक जैसी फिल्में बनाएंगे तो लोग रिजेक्ट कर देंगे। मैं ये नहीं कहता कि कॉमर्शियल फिल्में नहीं बनें, लेकिन उनमें मेहनत तो होनी चाहिए। ऐसा नहीं कि ठोकमट्टी कर दो।”उन्होंने टिकट की कीमतों को भी जिम्मेदार बताया। परेश बोले, “साउथ में टिकट का रेट फिक्स रहता है, 160 से 200 रुपये तक। इससे ज्यादा नहीं जाता। वहां कंट्रोल है इसलिए लोग फिल्में देखने जाते हैं। यहां मिडिल क्लास परिवार के 5-6 लोग फिल्म देखने जाएं तो उनके 5000-6000 रुपये खर्च हो जाते हैं। ऊपर से गारंटी नहीं कि फिल्म देखकर मजा आएगा।” परेश रावल ने मल्टीप्लेक्स कल्चर पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अब सिनेमाघरों में रिक्लाइनर सीट डाल दी है। लोग तकिया लेकर लेटकर फिल्म देखते हैं। अरे भाई फिल्म देखने आए हो, स्पा में नहीं! फिल्म बैठकर देखी जाती है, लेटकर नहीं। वेटर बार-बार बीच में आता है – हट-हट करना पड़ता है। ये फिल्म है, शादी नहीं। इन सब वजहों से सिनेमाघर जाने का मन नहीं करता।” उन्होंने जोड़ा, “आराम से बैठने में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन लेटना क्यों है? अगर तकिया लगाकर लेटना है तो स्पा जाओ या मुजरा देखने।” परेश रावल ने यह भी कहा कि अब स्टारडम भी स्थायी नहीं रहा। “अब हर शुक्रवार स्टार बदल जाता है। स्टारडम लिमिटेड हो गया है, लंबे समय तक नहीं चलेगा।” हालांकि परेश रावल ने दर्शकों को एक गुड न्यूज भी दी – वह हेरा फेरी 3 में फिर से नजर आएंगे। साफ है कि परेश रावल ने अपनी बेबाकी से फिल्म इंडस्ट्री, मल्टीप्लेक्स कल्चर और महंगी टिकटों पर खुलकर सवाल उठाए हैं, जो इस समय सिनेमाघरों की गिरती दर्शक संख्या और फिल्मों के फ्लॉप होने की बहस का अहम हिस्सा बन सकते हैं। बता दें कि दिग्गज अभिनेता परेश रावल ने बेबाक अंदाज में फिल्म इंडस्ट्री और सिनेमाघरों की मौजूदा हालत पर अपनी राय रखी है। सुदामा/ईएमएस 04 जुलाई 2025