प्रधानमंत्री कमला हैं बिहार की बेटी -राम मंदिर का मॉडल और कुंभ का जल भेंट किया पोर्ट ऑफ स्पेन,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार तड़के त्रिनिदाद और टोबैगो की राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर को बिहार की बेटी बताया और उन्हें राम मंदिर का मॉडल, सरयू और संगम का पवित्र जल भेंट किया। उन्होंने भारतीय प्रवासियों को संस्कृति और सभ्यता के दूत कहा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि आपने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ा, लेकिन दिल में रामायण को साथ लेकर आए। आप प्रवासी नहीं, एक संपूर्ण सभ्यता के वाहक हैं। आपकी सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और आर्थिक विरासत ने इस देश को समृद्ध किया है। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि अब भारतीय मूल की छठी पीढ़ी तक लोगों को आसीआई (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) कार्ड दिया जाएगा। त्रिनिदाद की रामलीला को बताया ‘अनोखी’ पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में रामलीला पर चर्चा करते हुए कहा कि यह वाकई अनोखी है। उन्होंने कहा कि उन्हें यहां श्रीराम के प्रति लोगों की भक्ति देखकर अत्यंत खुशी हुई। साथ ही उन्होंने स्मरण कराया कि त्रिनिदाद से राम मंदिर निर्माण के लिए पवित्र जल और शिला भेजी गई थी। मैं भी आज आपके लिए सरयू नदी का पवित्र जल और अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्रतिकृति लेकर आया हूं। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। कमला जी को लोग मानते हैं बिहार की बेटी पीएम मोदी ने त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर का विशेष उल्लेख करते हुए कहा, कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर से थे। उन्होंने वहां का दौरा भी किया है। लोग उन्हें ‘बिहार की बेटी’ मानते हैं और हम सबके लिए यह गर्व की बात है। उन्होंने कहा, कि बिहार सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि भारत की बौद्धिक और सांस्कृतिक चेतना का स्रोत है। इसने सदियों से पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया है। भारतीयता के रंगों से सजी त्रिनिदाद की धरती पीएम मोदी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि बनारस, पटना, कोलकाता, दिल्ली जैसे भारतीय शहरों के नाम आज त्रिनिदाद की सड़कों और मोहल्लों में देखे जा सकते हैं। नवरात्रि, महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी जैसे त्योहार यहां पूरी श्रद्धा और उत्साह से मनाए जाते हैं। उन्होंने चौताल और भटक गाना जैसी पारंपरिक लोक विधाओं के जीवित रहने को भारत और त्रिनिदाद के मजबूत सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक बताया। भावनात्मक जुड़ाव की बात प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि हम खून या सरनेम से नहीं, बल्कि भावना और अपनापन से जुड़े हैं। आप जहां भी हों, भारत हमेशा आपके साथ है। आप हमारे गौरव हैं, हमारे संस्कृति के राजदूत हैं। इस ऐतिहासिक दौरे और भावनात्मक संबोधन के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय प्रवासियों को न सिर्फ सम्मानित किया, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत और विश्व के साथ संबंधों को भी सशक्त किया। त्रिनिदाद और टोबैगो में ऐतिहासिक स्वागत पांच देशों की यात्रा के दूसरे चरण में त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचने पर परंपरागत स्वागत हुआ। झाल-तासे और ढोल मंझीरे के साथ देशी अंदाज में भोजपुरी चौताल गाकर भव्य स्वागत किया गया। पीएम मोदी इस तरह देशी अंदाज में अपना स्वागत देखकर वशीभूत हो गए। पीएम मोदी ने इसे दोनों देशों के बीच का सांस्कृतिक जुड़ाव करार दिया है। त्रिनिदाद और टोबैगो में भोजपुरी चौताल के पारंपरिक प्रदर्शन के साथ स्वागत से पीएम मोदी मंत्रमुग्ध रह गए। इस तरह के स्वागत को उन्होंने अतुलनीय बताया। पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर भोजपुरी में पोस्ट कर अपने भाव साझा किए हैं। पीएम मोदी ने लिखा एक ऐसा सांस्कृतिक जुड़ाव जो अन्यत्र नहीं है! हिदायत/ईएमएस 04जुलाई25